सॉफ्टवेयर की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस के मुनाफे में 30.5% की बढ़ोतरी देखने को मिली है। कंसोलिडेटेड आधार पर कंपनी का मुनाफा पिछली तिमाही के 6106 करोड़ रुपये के मुकाबले 7969 करोड़ रुपये हो गया है।
वहीं कंपनी की आय में तिमाही आधार पर 2.3% की मामूली गिरावट देखने को मिली है। आय 38,821 करोड़ रुपये से गिर कर 37,923 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं कंपनी की डॉलर आय में भी 2.1% की मामूली गिरावट देखने को मिली है और यह 466.3 करोड़ से गिर कर 456.4 करोड़ के स्तर पर पहुंच गई है। EBIT में 4.3% की गिरावट रही है और यह 7961 करोड़ रुपये से घटकर 7,621 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं मार्जिन 20.5% से घटकर 20.1% हो गया है। कंपनी ने 20 रुपये प्रति शेयर के अंतिम डिविडेंड का भुगतान किया है। इसके अलावा 8 रुपये प्रति शेयर का स्पेशल डिविडेंड का भी ऐलान किया है। दोनों तरह के डिविडेंड के लिए 31 मई चौथी तिमाही में 450 करोड़ डॉलर का टोटल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यु (TCV) रहा। तिमाही आधार पर एट्रिशन रेट 12.9% से घटकर 12.6% रहा। चौथी तिमाही में कर्मचारियों की संख्या में 5423 की कमी आई। CC यानी कॉन्स्टेंट करेंसी टर्म में आय में 2.2% की गिरावट रही। वित्त वर्ष 2024 में अभी तक सबसे ज्यादा का कॉन्ट्रैक्ट वैल्यु रहा जो 1770 करोड़ डॉलर था।
मैनेजमेंट कमेंट्री के मुताबिक बोर्ड ने टेक होल्डिंग GmbH जो कि इंजीनियरिंग आरऐंडडी सर्विसेज में काम करती है, के अधिग्रहण को मंजूरी दी है। यह सौदा पूरी तरह नकदी में होगा जो करीब 4007 करोड़ रुपये का होगा। इस सौदा के वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में पूरा होने की उम्मीद है। खास बात यह कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 के दिए गए गाइडेंस 1-3% के गाइडेंस में शामिल नहीं है। शुक्रवार को शेयर इन्फोसिस का शेयर 0.56% गिर कर 1411.25 रुपये पर बंद हुआ।
(शेयर मंथन, 12 अप्रैल 2023)
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