भारतीय शेयर बाजार सीमित दायरे में नजर आ रहा है।
आने वाले दिनों में निफ्टी (Nifty) 5800-6000 के दायरे में रहेगा। अगर बाजार इस दायरे के ऊपर-नीचे जाता है, तो यह बाजार के लिए अच्छा या खराब सिद्ध होगा। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऊँचे स्तरों पर दबाव नजर आ रहा है और इसका असर घरेलू बाजार पर पड़ता दिख रहा है। मेरा कहना है कि मई के महीने में घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर रह सकता है। अभी बाजार की नजर आरबीआई की आगामी बैठक पर लगी हुई है।
मेरा मानना है कि आरबीआई नीतिगत ब्याज दरों में कम से कम 0.25 अंकों की कटौती कर सकता है।
घरेलू बाजार में उतार-चढ़ाव की वजह से क्षेत्रों में कुछ खास नजर नहीं आ रहा है। निवेशकों को मेरी सलाह है कि लंबी अवधि के लिए चुनिंदा शेयरों को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करें यानी बाजार में जब भी गिरावट आये अच्छे शेयरों में खरीदारी करें। राजेश जैन, ईवीपी, रिटेल रिसर्च, रेलिगेयर सिक्योरिटीज (Rajesh Jain, EVP, Retail Research, Raligare Securities)
(शेयर मंथन, 29 अप्रैल 2013)
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