हितेंद्र वासुदेव, तकनीकी विश्लेषक
लंबी अवधि का नजरिया सकारात्मक है, लेकिन लंबी अवधि की संरचना में सुधार अपेक्षित है, जिसमें निफ्टी 6,646 तक फिसल सकता है। मगर साल 2008 के शिखर 6,357 के नीचे इसे नहीं जाना चाहिए।
गले छह महीनों में आने वाले निचले स्तर 2016 के अंत से लेकर 2018 तक के लिए शेयरों को जमा (एकम्युलेट) करने का अवसर देंगे। जब तक निफ्टी 6,640 के ऊपर टिका रहेगा, तब तक 8 वर्षों में शिखर बनने का चक्र बरकरार रहेगा और साल की दूसरी छमाही में बाजार सँभल कर नया ऊपरी स्तर छू सकता है। (शेयर मंथन, 08 जनवरी 2016)