नितेश चंद, रिसर्च प्रमुख, साइक्स ऐंड रे इक्विटीज
निफ्टी ने 7,500 के स्तर पर एक ऊपरी आधार (बेस) बनाया है। कुछ समय तक ठहराव (कंसोलिडेशन) के बाद तेजी का अगला दौर शुरू हो सकता है। लंबी अवधि की अगली तेजी का लाभ उठाने के लिए अभी पोर्टफोलिओ बनाना चाहिए।
अगली तेजी में कई मँझोले शेयर दिग्गज शेयरों में बदल सकते हैं, जबकि कई छोटे शेयर मँझोले शेयरों की गिनती में आ जायेंगे। भारतीय बाजार में एफआईआई की बिकवाली अभी मुख्य चिंता है। वहीं सकारात्मक बात यह है कि खुदरा निवेशकों का लंबी अवधि का निवेश बाजार में म्यूचुअल फंडों की एसआईपी के जरिये आ रहा है। (शेयर मंथन, 08 जनवरी 2016)