निफ्टी 10,000 पर जाने की उम्मीद
कुणाल सरावगी, सीईओ, इक्विटी रश
ऐसा लगता है कि आने वाले समय में भारतीय बाजार की चाल वैश्विक बाजारों से तेज रहेगी। मुझे उम्मीद है कि निफ्टी 50 सूचकांक साल 2016 में नये और अप्रत्याशित ऊपरी स्तरों को छू लेगा।
ऐसा लगता है कि आने वाले समय में भारतीय बाजार की चाल वैश्विक बाजारों से तेज रहेगी। मुझे उम्मीद है कि निफ्टी 50 सूचकांक साल 2016 में नये और अप्रत्याशित ऊपरी स्तरों को छू लेगा।
निजी क्षेत्र के निवेश में वृद्धि, नीतिगत सुधार, राष्ट्र निर्माण में राजनीतिक दलों की रचनात्मक हिस्सेदारी और जीएसटी, ये सभी अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले कारक होंगे।
तेजी के मौजूदा दौर में बाजार ठहराव के बीच से गुजर रहा है और मूल्यांकन वाजिब हैं। कच्चे तेल की निम्न कीमतों से भारतीय अर्थव्यवस्था फायदे में है। घरेलू संस्थागत निवेशक बड़े स्तर पर निवेश कर रहे हैं।
लंबी अवधि का नजरिया सकारात्मक है, लेकिन लंबी अवधि की संरचना में सुधार अपेक्षित है, जिसमें निफ्टी 6,646 तक फिसल सकता है। मगर साल 2008 के शिखर 6,357 के नीचे इसे नहीं जाना चाहिए।
मौजूदा स्तरों से अगर 10' गिरावट आती है तो मैं वहाँ उन स्तरों पर सकारात्मक रहूँगा। अगले छह महीनों में सेंसेक्स 25,000 और निफ्टी 7,100 तक फिसल सकते हैं।