किसी भी कारोबारी दिन के बीच में विभिन्न कारणों से बाजार नीचे-ऊपर हो सकता है। कई संकेत ऐसे हो सकते हैं, जो बाजार को एकदम से नीचे ले जा सकते हैं, लेकिन हो सकता है कि उस स्तर को छू कर बाजार फिर ऊपर चला जाये। लिहाजा, उनका मानना यह है कि सूचकांक के बंद होने का स्तर ही बाजार की संभावित दिशा को तय करता है। बाजार विशेषज्ञ आशु मदान की राय में भी किसी दिन कारोबार के दौरान बाजार का नीचे जाना अधिक खराब नहीं है, उस दिन का बंद स्तर अधिक महत्वपूर्ण है। बोनांजा पोर्टफोलियो के रिसर्च प्रमुख पी के अग्रवाल का मानना है कि यदि सेंसेक्स और निफ्टी 27 अक्टूबर के बंद स्तरों से नीचे आज बंद होते हैं, तो यह बाजार के लिए काफी गंभीर स्थिति होगी। उनके मुताबिक, वैसी स्थिति में निफ्टी का अगला सहारा 2,100 के स्तर के आसपास होगा। हालांकि उनकी राय में इस बात की संभावना कम है, क्योंकि इन दिनों बाजार एक सीमित दायरे के भीतर चल रहा है।