उद्योग संगठन फिक्की ने रामलिंग राजू द्वारा सत्यम कंप्यूटर्स के बहीखातों में भारी अनियमितता की स्वीकारोक्ति के प्रति गहरा आश्चर्य प्रकट किया है। फिक्की के अध्यक्ष और सांसद राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि इस स्वीकारोक्ति से हमें गहरा धक्का लगा है और इस पर विश्वास कर पाना कठिन है। उन्होंने विभिन्न नियामक संस्थाओं द्वारा ऐसे कदम उठाये जाने की माँग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दुहरायी जायें। इंडिया इन्फोलाइन ने इसे भारत के लिए काला दिन करार देते हुए कहा है कि इस स्तर की कंपनी के लिहाज से यह देश का संभवतः सबसे बड़ा कॉरपोरेट घोटाला है।
फिक्की अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने कहा है कि जल्द से जल्द इस बात का पता लगाया जाना चाहिए कि कंपनी के बहीखातों में गड़बड़ी कैसे और किसकी वजह से हुई। उन्होंने कहा है कि कंपनी के निवेशकों और कर्मचारियों के साथ की गयी इस जालसाजी से यह संकेत मिलता है कि कंपनी की लेखा परीक्षण (ऑडिट) व्यवस्था पूरी तरह भंग हो चुकी थी। इंडिया इन्फोलाइन ने कहा है कि इस घटना की वजह से भारत में आने वाले प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) और विदेशी संस्थागत निवेश (एफआईआई) पर बुरा असर पड़ सकता है। इंडिया इन्फोलाइन का कहना है कि यदि राजू के पत्र में उल्लिखित बातें पूरी तरह या आंशिक रूप से भी सच हैं, तो सत्यम के बहीखातों से संबंधित सभी फर्मों और व्यक्तियों पर कानूनी कारवाई की जानी चाहिए। इसने सत्यम कंप्यूटर्स के शेयरों का कवरेज तत्काल प्रभाव से समाप्त करने की घोषणा की है।