दिसंबर 2019 लगातार दूसरा ऐसा महीना रहा है जब जीएसटी संग्रह (GST Collection) एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है।
जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद दिसंबर 2019 नवाँ ऐसा महीना रहा है जब जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है।
वित्त मंत्रालय की ओर से बुधवार को जारी किये गये आँकड़े के मुताबिक दिसंबर 2019 में जीएसटी संग्रह 1,03,184 करोड़ रुपये रहा है, जो दिसंबर 2018 के मुकाबले 8.9% की बढ़ोतरी दिखाता है। दिसंबर 2018 में सरकार का जीएसटी संग्रह 95,726 करोड़ रुपये रहा था।
लेकिन यदि महीने-दर-महीने तुलना की जाये, तो दिसंबर 2019 में जीएसटी संग्रह नवंबर 2019 के संग्रह के मुकाबले कम है। नवंबर 2019 में जीएसटी संग्रह 1,03,492 करोड़ रुपये रहा था, जो अप्रैल 2019 के बाद से सर्वाधिक जीएसटी संग्रह था। वित्त वर्ष 2019-20 में सर्वाधिक जीएसटी संग्रह अप्रैल 2019 में हुआ था। उस महीने में सरकार का जीएसटी संग्रह 1,13,865 करोड़ रुपये रहा था।
सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष 2019-20 के आखिरी चार महीनों में औसतन हर महीने 1.1 लाख करोड़ रुपये के जीएसटी संग्रह का लक्ष्य तय किया था। इस लिहाज से भी दिसंबर में जीएसटी संग्रह अपने लक्ष्य से कमतर रहा है।
दिसंबर 2019 में सरकार को केंद्रीय जीएसटी (CGST) मद में 19,962 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी (SGST) मद में 26,792 करोड़ रुपये और एकीकृत जीएसटी (IGST) मद में 48,099 करोड़ रुपये की वसूली हुई। वहीं उपकर (Cess) की मद में 8,331 करोड़ रुपये आये।
राज्यों के लिहाज से देखें तो दिसंबर में महाराष्ट्र से सर्वाधिक 16,530 करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह हुआ। (शेयर मंथन, 02 जनवरी 2020)