भारतीय शेयर बाजार आज जबरदस्त उतार-चढ़ाव के बाद अंत में बेहद सपाट बंद हुआ। मजबूत अंतरराष्ट्रीय संकेतों के बीच आज सुबह सेंसेक्स ने मुहुर्त कारोबार के बंद स्तर 9008 की तुलना में तकरीबन 200-250 अंक तक की तेजी दिखायी। सुबह सेंसेक्स का खुला स्तर 9,298 का रहा, जहाँ सेंसेक्स 290 अंक मजबूत था और यही दिन का सबसे ऊँचा स्तर भी रहा। लेकिन बाजार खुलने के आधे घंटे बाद ही इसमें गिरावट शुरू हो गयी और घंटे भर के भीतर सेंसेक्स 8,900 के नीचे दिख रहा था। दरअसल इसी समय सेंसेक्स ने 8,894 का दिन का सबसे निचला स्तर भी छुआ।
बाजार ने कल जो बढ़त हासिल की थी, आज वह और आगे बढ़ सकती है। पूरी दुनिया में बाजारों में हद से ज्यादा बिकवाली हो चुकी थी, जिसके बाद बाजार कुछ वापस संभले हैं। कई देशों में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों से भी सहारा मिला है। लेकिन मुझे लगता है भारतीय बाजार में यह तेजी शायद मोटे तौर पर 15% के आसपास की ही रहे। यानी सेंसेक्स करीब 10,500 तक जा सकता है।
अब शायद काफी लोगों ने कयास लगाना छोड़ दिया होगा कि बाजार और कितना गिर सकता है। बाजार फिसलने के बारे में जिन लोगों के अनुमान अब तक एकदम सटीक साबित होते लग रहे थे, यह गिरावट उनके अनुमानों से भी ज्यादा गहरी निकल रही है। इसलिए जब उनसे भी पूछा जाता है कि तलहटी बन गयी या नहीं, तो जवाब गोलमोल ही होता है! ऐसे बाजार में क्या करे एक आम निवेशक?