भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार का दिन निवेशकों के लिए अच्छा नहीं रहा। सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन निवेशकों के करीब 10 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गये। बीएसई सेंसेक्स जहाँ 662.87 अंकों की गिरावट के साथ 79,402.29 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 50 भी 218.60 अंक लुढ़ककर 24,180.80 के स्तर पर बंद हुआ। शुक्रवार को बैंक निफ्टी, स्मॉल कैप और मिड कैप इंडेक्स में भी जबरदस्त गिरावट देखी गई।
शेयर बाजार में दिन के कारोबार की शुरुआत में उतनी गिरावट नहीं थी, लेकिन देखते ही देखते मिड कैप और स्मॉल कैप वाले पोर्टफोलियो तेजी से टूटे और इस वजह से शेयर बाजार में हाहाकार मच गया, बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूँजीकरण 9.8 लाख करोड़ रुपये घटकर 435.1 लाख करोड़ रुपये पर आ गया। यानी एक दिन के दौरान ही निवेशकों के करीब 10 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गये।
पिछले एक महीने में निफ्टी में लगभग 6% की गिरावट आयी है, जबकि सेंसेक्स 4,800 अंक से अधिक टूटा है। यह पिछले एक दशक में निवेशकों के लिए सबसे खराब दीवाली पूर्व का दौर साबित हुआ है।
इन बड़ी कंपनियों के शेयर टूटे
शुक्रवार को बीएसई के 30 में से 20 शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी। सबसे बड़ी गिरावट इंडसइंड बैंक के शेयर में देखने को मिली, जो 18.99% गिरकर 1,037.00 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। पूनावाला फिनकॉर्प के शेयर 15.81% गिरकर 302.00 रुपये के स्तर पर बंद हुआ, तो डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयर 7.41% टूटकर 13,939.00 रुपये के स्तर पर बंद हुए। हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन का शेयर 7.89% के नुकसान के साथ 372.80 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर में 4.90% की गिरावट देखी गयी और यह 2,691.50 रुपये के स्तर पर बंद हुआ।
क्यों मचा है बाजार में हाहाकार
अचानक बाजार में मचे इस हाहाकार के पीछे कई बड़े कारण हैं। इंडसइंड बैंक के हाल के तिमाही नतीजों से इसके शेयरों को झटका लगा है। नतीजों में बैंक का लाभ कम हुआ, जिसकी उम्मीद नहीं थी और इस कारण शुक्रवार को इस बैंक के शेयर करीब 20% तक टूट गये। इसके अलावा विदेशी निवेशक हर दिन शेयर बेच रहे हैं और इस महीने में अब तक 1 लाख करोड़ की बिकवाली कर चुके हैं, जिसने बाजार को चिंता में डाल दिया है। वहीं, रिटेल और बड़े निवेशकों ने भी शेयर बेचे हैं, जिसके कारण महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आयी है।
(शेयर मंथन, 25 अक्तूबर 2024)