
ब्रोकिंग फर्म एसएमसी ग्लोबल का अनुमान है कि भारतीय स्टेट बैंक के शेयर की कीमत आने वाले 8-10 महीनों के अवधि में 219 रुपये तक जा सकती है।
यह बैंक के शेयर के मौजूदा भाव से 13% ज्यादा है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का कारोबार दिसंबर 2015 के अंत तक सालाना आधार पर 18% बढ़ कर 3,099,912 करोड़ रुपये हो गया है। बैंक की जमाएँ 11% बढ़ कर 1,671,416 करोड़ रुपये हो जाने से बैंक का कारोबार बढ़ा है जबकि इस अवधि में बैंक का अग्रिम 13% बढ़ कर 1,428,496 करोड़ रुपये हो गया है। दिसंबर 2015 में समाप्त तिमाही में 450 करोड़ रुपये के ब्याज परिवर्तन के कार बैंक की शुद्ध ब्याज आय 1% घट कर 13,606.47 करोड़ रुपये हो गयी है। इस अवधि में निवेश पर अर्जित ब्याज आय 19% बढ़ कर 10,712 करोड़ रुपये हो गयी है जिसकी वजह से बैंक की अर्जित ब्याज 5% बढ़ कर 40,553.50 करोड़ रुपये हो गयी है। ब्याज दर में 70 बेसिस अंक कम होने और ऋण वृद्धि की तुलना में निवेश पुस्तक में उच्च विकास दर के कारण बैंक के शुद्ध ब्याज मार्जिन में 3% से नीचे की गिरावट आयी है। बैंक को वित्त वर्ष 2016 के लिए 13% की ऋण वृद्धि हासिल करने की उम्मीद है जबकि वित्त वर्ष 2017 में उच्च ऋण वृद्धि 14-15% की उम्मीद कर रही है। वहीं सकल शुद्ध गैर निष्पादित संपत्ति (जीएनएनपीए) सितंबर 2015 के 4.15% से बढ़ कर दिसंबर 2015 की तिमाही में 5.10% हो गयी है और शुद्ध गैर निष्पादित संपत्ति पिछले साल की समान अवधि 2.14% के मुकाबले बढ़ कर 2.89% हो गयी है। एनपीए में वृद्धि आरबीआई के परिसंपत्ति गुणवत्ता के आकलन के कारण हुयी है। दिसंबर 2015 के अंत में बैंक के घरेलू चालू और बचत खाता अनुपात में तिमाही दर तिमाही 46 बेस अंकों से बढ़ कर 42.7% हो गया है। (शेयर मंथन, 23 अप्रैल 2016)
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