शेयर बाजार में इतिहास फिर से खुद को दोहरा रहा है। बाजार लगभग एक दशक में एक बार इस तरह का रुझान दिखाता है जब इसमें काफी तीव्र गति के साथ गिरावट आती है।
यह गिरावट ऐसे निवेशकों के लिए एक अवसर की तरह होती है जो उसे धैर्य के साथ पकड़ें और विश्वास के साथ उसमें बने रहें। बाजार के इस माहौल में हम लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप क्षेत्र से ऐसे शेयर सुझा रहे हैं जिनमें मौजूदा माहौल की वजह से काफी अधिक गिरावट आ चुकी है। ये सभी शेयर ऐसे हैं जो अभी 10 से कम पीई (P/E) पर उपलब्ध हैं। यहाँ हम इस बात का संकेत नहीं दे रहे कि इन शेयरों ने तलहटी छू ली है, लेकिन इतना अवश्य कह रहे हैं कि इन शेयरों को खरीदने के लिए ये भाव सही हैं। निवेशक अपनी निवेश अवधि और जोखिम लेने की क्षमता के मद्देनजर चाहें तो क्रमिक तरीके से इनको एकत्र करें या इनमें एकमुश्त राशि का निवेश कर दें।
हीरो मोटोकॉर्प (Hero Motocorp)
हीरो मोटोकॉर्प दोपहिया वाहन क्षेत्र की अग्रणी कंपनी है और इसमें कंपनी की हिस्सेदारी लगभग 35% है। केवल मोटरसाइकिल सेगमेंट की बात करें तो हीरो मोटोकॉर्प की बाजार हिस्सेदारी लगभग 50% है। हालाँकि कोरोना संकट और बीएस 6 में ट्रांजिशन की वजह से वाहनों की कीमतों में अपेक्षा से अधिक बढ़ोतरी के कारण निकट भविष्य में कंपनी को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इसके पास कैपिटल इफिशिएंट बिजनेस मॉडल है जो निरंतरता के साथ 25% से अधिक का आरओसीई (RoCE) हासिल करता है। इसके अलावा यह लगभग 5% का आकर्षक डिविडेंड यील्ड भी प्रदान करता है।
हीडेलबर्ग सीमेंट (Heidelberg Cement)
हीडेलबर्ग सीमेंट (Heidelberg Cement) क्षेत्रीय उपस्थिति वाली उन चुनिंदा कंपनियों में से एक है जिनके पास मजबूत बैलेंस शीट और खुदरा ग्राहकों तक बेहतर पहुँच है। हाल ही में कंपनी की ग्रिंडिंग क्षमता में लगभग 15% की बढ़ोतरी हुई है और यह क्षमता अब बढ़ कर 62 लाख टन हो गयी है। हीडलबर्ग सीमेंट मुख्यतः मध्य भारत में कामकाज करती है जहाँ कीमतें सभी पाँच क्षेत्रीय बाजारों में सर्वाधिक स्थिर रहती हैं। निकट अवधि में कंपनी की बिक्री घटती हुई दिख सकती है, लेकिन कॉस्ट लीडरशिप, प्रवर्तकों के मजबूत सहारे और 0.3 गुने के कमतर डीई की वजह से कंपनी इन दिक्कतों को पीछे छोड़ने में सक्षम है।
विप्रो (Wipro)
आईटी सेवा क्षेत्र की कंपनी विप्रो बैंकिंग और फाइनेंशियल सेवाओं (आमदनी का 31%), कंज्यूमर (आमदनी का 17%), हेल्थ (आमदनी का 13%), मैन्युफैक्चरिंग (आमदनी का 12%), टेक्नोलॉजी (आमदनी का 8%) और एनर्जी सेगमेंट (आमदनी का 13%) को आईटी सेवा उपलब्ध कराती है। प्रभावित वर्टिकलों जैसे एनर्जी वर्टिकल में एक्सपोजर, लॉकडाउन, प्राइसिंग के दबाव और विवेकाधीन व्ययों में कमी की वजह से कंपनी की आमदनी पर निकट अवधि में दबाव दिख सकता है। निकट अवधि की सभी नकारात्मक बातें शेयर के मौजूदा भाव में शामिल हो चुकी हैं। हालाँकि उम्मीद है कि कारोबारी साल 2021-22 की दूसरी छमाही में आईटी पर खर्च बढ़ेगा और उस साल के दौरान इसमें बेहतर दर से बढ़ोतरी होगी।
टेक महिंद्रा (Tech Mahindra)
आईटी सेवा क्षेत्र की कंपनी टेक महिंद्रा बैंकिंग और बीमा सेवाओं (आमदनी का 13%), दूरसंचार (आमदनी का 42%), मैन्युफैक्चरिंग (आमदनी का 17%), टेक्नोलॉजी, मीडिया और इंटरटेनमेंट (आमदनी का 8%) और अन्य सेगमेंट को आईटी सेवा उपलब्ध कराती है। कोविड-19 की वजह से लॉकडाउन, प्राइसिंग के दबाव, ठेके मिलने में देरी और विवेकाधीन व्ययों में धीमेपन के कारण कंपनी की आमदनी और इसके मार्जिन पर कारोबारी साल 2020-21 की पहली छमाही में दबाव दिख सकता है। हालाँकि उम्मीद है कि कारोबारी साल 2020-21 की दूसरी छमाही के बाद आईटी सेवाओं पर खर्च बढ़ेगा और कारोबारी साल 2021-22 के दौरान यह पटरी पर आ जायेगा।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (Bharat Electronics Limited)
शानदार क्रियान्वयन और अहम ठेके हासिल करना भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए काफी फलदायी है। कारोबारी साल 2019-20 में कंपनी के 13,000 करोड़ रुपये के ठेके हासिल हुए हैं। नॉन-डिफेंस सेगमेंट पर ध्यान देते हुए विविधीकरण का प्रयास लंबी अवधि में कंपनी के मार्जिन को 16 से 18 प्रतिशत के बीच रख सकता है। इस नॉन-डिफेंस सेगमेंट के अगले तीन से पाँच साल के दौरान कंपनी की आमदनी में लगभग 20 प्रतिशत योगदान की उम्मीद है। कोविड-19 कुछ परियोजनाओं पर असर डाल सकता है और उनमें देरी हो सकती है। कंपनी के पास इस समय 51,300 करोड़ रुपये का ऑर्डर बुक है, जो भविष्य में कंपनी की बेहतर आमदनी की ओर संकेत दे रहा है।
(आईसीआईसीआई डायरेक्ट की रिपोर्ट पर आधारित)
(शेयर मंथन, 04 अप्रैल 2020)
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