
टाटा स्टील (Tata Steel) को 2018 की जनवरी-मार्च तिमाही में 14,688.02 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ।
इसके मुकाबले पिछले वर्ष की समान अवधि में कंपनी 1,168.02 करोड़ रुपये के शुद्ध घाटे में रही थी। कंपनी को इस तिमाही में अपनी यूके कारोबार की पेंशन योजना के पुनर्गठन से 11,376.14 करोड़ रुपये के एकबारगी मुनाफे से काफी फायदा हुआ। इस बीच साल दर साल आधार पर ही टाटा स्टील की शुद्ध आमदनी 35,304.89 करोड़ रुपये से 2.34% की वृद्धि के साथ 36,132.30 करोड़ रुपये हो गयी। गौरतलब है कि कंपनी का मुनाफा जानकारों के अनुमान से कहीं अधिक रहा है।
साथ ही जनवरी-मार्च तिमाही में साल दर साल आधार पर ही टाटा स्टील के कुल व्यय 5% बढ़त के साथ 32,626.42 करोड़ रुपये के रहे, जिनमें कच्चे माल पर खर्च 4% अधिक 10,369.77 करोड़ रुपये रहा। इसी कारण कंपनी का ऑपरेटिंग लाभ मार्जिन भी 16.68% से 215 आधार अंकों की गिरावट के साथ 14.53% रह गया। स्टील उत्पादक की कुल स्टील आपूर्ति में जनवरी-मार्च के दौरान 5.9% की गिरावट दर्ज की गयी, जिसमें इसकी घरेलू आपूर्ति 5.6% गिर कर 30.3 लाख टन रह गयी। वहीं इसकी घरेलू आमदनी 4.9% घट कर 16,281 करोड़ रुपये और यूरोपीय आमदनी 6.3% की बढ़त के साथ 16,208 करोड़ रुपये रही।
लाभ और आमदनी में बढ़त का टाटा स्टील के शेयर पर कोई प्रभाव पड़ता नहीं दिख रहा है। 622.05 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले यह 630.70 रुपये पर खुला, मगर कुछ ही मिनटों में लाल निशान में पहुँच गया। करीब 10 बजे टाटा स्टील के शेयरों में 14.90 रुपये या 2.40% की कमजोरी के साथ 607.15 रुपये पर चल रहा है। (शेयर मंथन, 17 मई 2018)
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