गेल इंडिया (Gail India) के वित्त वर्ष 2018-19 के दूसरी तिमाही के नतीजों को ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने बहुत मजबूत और अपने अनुमानों से बेहतर बताया है।
इन नतीजों के बाद जारी अपनी रिसर्च रिपोर्ट में आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने कहा है कि गैस की खरीद-बिक्री और एलपीजी श्रेणियों में गेल इंडिया की लाभदायकता हमारे अनुमानों से कहीं अधिक रही है, जबकि प्राकृतिक गैस ट्रांसमिशन और पेट्रोकम श्रेणियों के नतीजे अनुमानों के मुताबिक रहे।
मुख्य रूप से प्राकृतिक गैस के कारोबार में उच्च मार्जिन, एलपीजी/एलएलएच श्रेणियों में अधिक मूल्य मिलने और गैस ट्रांसमिशन श्रेणी में दरों में संशोधन के चलते एकमुश्त आय होने की वजह से बीती तिमाही में एबिटा साल-दर-साल 41.5% बढ़ कर 2927.6 करोड़ रुपये रहा, जबकि हमारा आकलन 2215.6 करोड़ रुपये का था। इसके चलते कंपनी का तिमाही मुनाफा साल-दर-साल 49.9% बढ़ कर 1963 करोड़ रुपये रहा, जो 1423.9 करोड़ रुपये के हमारे अनुमान से ऊँचा है।
एकीकृत गैस टैरिफ प्रस्ताव पर निर्णय है बहुत प्रतीक्षित संकेत
आईसीआईसीआई डायरेक्ट के अनुसार एकीकृत टैरिफ योजना के लिए गेल का प्रस्ताव पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) की ओर से लागू हो जाने पर दीर्घावधि में गेल का प्रदर्शन काफी अच्छा रहेगा। मध्यम अवधि में एचवीजे, डीवीपीएल के लिए टैरिफ में संशोधन इसकी पाइपलाइन आय के लिए सकारात्मक होगा। परिचालन के मोर्चे पर गैस बिक्री में स्थिरता, पाइपलाइन का आगे विस्तार, बढ़ता हुआ सीजीडी क्षेत्र और एलपीजी एवं पेटकेम की कीमतों में वृद्धि इस शेयर के लिए प्रमुख चालक के रूप में काम करेंगी।
ब्रोकिंग फर्म ने इस रिपोर्ट में गेल इंडिया का मूल्यांकन करने के लिए एसओटीपी पद्धति का उपयोग किया है। इसने डीसीएफ पद्धति से कंपनी के मुख्य कारोबार का मूल्यांकन किया है और अन्य कारोबारी श्रेणियों के एबिटा के गुणक का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस आधार पर गेल इंडिया के शेयर का लक्ष्य भाव 450 रुपये रखने के साथ इस ब्रोकिंग फर्म ने यह शेयर खरीदने की अनुशंसा की है। (शेयर मंथन, 09 नवंबर 2018)
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