
दवा कंपनी ल्युपिन (Lupin) को 2018 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 151.75 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है।
पिछले साल की समान अवधि में रहे ल्युपिन को 221.73 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। दरअसल कंपनी को तिमाही के दौरान यूरोप में पेरिंडोप्रिल मुकदमे में 342 करोड़ रुपये का असामान्य घाटा हुआ, जिससे इसका मुनाफा प्रभावित हुआ। हालाँकि जानकारों ने ल्युपिन के 268 करोड़ रुपये के मुनाफे का अनुमान लगाया था। वहीं ल्युपिन की शुद्ध आमदनी 3,900.36 करोड़ रुपये के मुकाबले 12.24% की बढ़ोतरी के साथ 4,377.94 करोड़ रुपये रही।
अमेरिका में ल्युपिन की आमदनी साल दर साल आधार पर ही 1% की गिरावट के साथ 1,417.40 करोड़ रुपये और घरेलू कारोबार 11.40% की बढ़ोतरी के साथ 1,190.20 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। वहीं कंपनी का एबिटा 9% की बढ़ोतरी के साथ 753 करोड़ रुपये का रहा, मगर एबिटा मार्जिन 58 आधार अंक घट कर 16.7% रह गया।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के मुताबिक ल्युपिन की आमदनी एकबारगी लाइसेंस आमदनी और अमेरिका, जापान आदि में उम्मीद से बेहतर बिक्री के कारण अनुमान से बेहतर रही।
दूसरी तरफ बीएसई में ल्युपिन का शेयर 837.25 रुपये के पिछले बंद स्तर की तुलना में सुबह बढ़त के साथ 841.70 रुपये पर खुला और नतीजों की घोषणा के बाद 850.50 रुपये तक चढ़ा। नतीजों की घोषणा से पहले यह 805.40 रुपये तक फिसल गया था। अंत में कंपनी का शेयर 4.70 रुपये या 0.56% की बढ़ोतरी के साथ 841.95 रुपये पर बंद हुआ। (शेयर मंथन, 06 फरवरी 2019)
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