वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में एसबीआई (SBI) को 838.4 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ।
इसके मुकाबले वित्त वर्ष 2017-18 की समान अवधि में बैंक को 7,718 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।
प्रोविजन में भारी गिरावट के कारण एसबीआई को मुनाफा हुआ। एसबीआई के प्रोविजन 24,080 करोड़ रुपये के मुकाबले 28% की गिरावट के साथ 17,336 करोड़ रुपये के रह गये, जबकि शुद्ध ब्याज आमदनी 19,974 करोड़ रुपये से 14.9% की बढ़ोतरी के साथ 22,954 करोड़ रुपये और ऑपरेटिंग लाभ 15,883 करोड़ रुपये के मुकाबले 6% अधिक 16,933 करोड़ रुपये रहा।
बैंक ने एनपीए के मामले में भी काफी सुधार किया है। साल दर साल आधार पर एसबीआई का शुद्ध एनपीए अनुपात 5.73% से घट कर 3.01% और सकल एनपीए अनुपात 10.91% की तुलना में 7.53% रह गया। तिमाही के दौरान एसबीआई का प्रोविजन कवरेज अनुपात 78.73% रहा, जो ठीक पिछली तिमाही में 74.6% था।
इसके अलावा 2018 की जनवरी-मार्च तिमाही में 12.60% के मुकाबले एसबीआई का पूँजी पर्याप्तता अनुपात 2019 की समान तिमाही में 12.72% रहा।
प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एसबीआई के नतीजों को मजबूत बताया है। मगर ब्रोकिंग फर्म के अनुसार प्रोविजन के कारण बैंक का मुनाफा कम रहा।
दूसरी तरफ बीएसई में एसबीआई का शेयर 299.25 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले मजबूती के साथ 301.95 रुपये पर खुला। कारोबार के दौरान करीब पौने 2 बजे तीखी गिरावट के साथ 292.20 रुपये तक फिसला, मगर इसके बाद एसबीआई के शेयर ने बेहतर नतीजों के साथ जोरदार वापसी की। करीब 3 बजे बैंक के शेयरों में 11.25 रुपये या 3.76% की बढ़ोतरी के साथ 310.50 रुपये पर कारोबार हो रहा है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 332.65 रुपये और निचला स्तर 237.85 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 10 मई 2019)
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