
अप्रैल-जून तिमाही में देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) के मुनाफे में लगातार चौथी तिमाही में गिरावट आयी है।
इससे पहले 2018 की जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा चार साल में पहली बार घटा था।
वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही में 1,975.3 करोड़ रुपये के मुकाबले 2019-20 की समान अवधि में मारुति सुजुकी का मुनाफा 27.3% की गिरावट के साथ 1,435.5 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने मुनाफे में गिरावट के कई कारण बताये हैं, जिनमें उच्च बिक्री प्रचार व्यय, मूल्यह्रास और कम क्षमता उपयोग शामिल हैं।
सालाना आधार पर ही मारुति की शुद्ध बिक्री 21,810.7 करोड़ रुपये से 14.1% घट कर 18,735.2 करोड़ रुपये और शुद्ध आमदनी 22,459.4 करोड़ रुपये के मुकाबले 12.2% घट कर 19,719.8 करोड़ रुपये रही। जबकि इसका एबिटा 38.9% की गिरावट के साथ 2,047.8 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन 454 आधार अंक घट कर 10.4% रह गया।
वाहन बिक्री पर नजर डालें तो मारुति सुजुकी की कुल तिमाही बिक्री भी 17.9% घट कर 4,02,594 इकाई रह गयी। मारुति की घरेलू तिमाही बिक्री 19.3% की गिरावट दर्ज की गयी, मगर निर्यात में 5.5% इजाफा हुआ।
प्रमुख ब्रोकिंग फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने मारुति के नतीजों को संतुलित बताया है, जिनमें कंपनी का मुनाफा और आमदनी ब्रोकिंग फर्म के अंदाजे से अधिक रहा।
बीएसई में मारुति का शेयर 5,760.35 रुपये के पिछले बंद स्तर की तुलना में सुबह हल्की गिरावट के साथ 5,737.00 रुपये पर खुला। नतीजों की घोषणा के बाद मारुति के शेयर में बढ़ोतरी देखने को मिली, जिससे यह 5,955.25 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा।
करीब तीन बजे कंपनी के शेयरों में 40.55 रुपये या 0.70% की बढ़ोतरी के साथ 5,800.90 रुपये पर सौदे हो रहे हैं। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 1,75,141.49 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 9,833.00 रुपये और निचला स्तर 5,685.15 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 26 जुलाई 2019)
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