वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही में एसबीआई (SBI) को 2,312 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ।
इसके मुकाबले वित्त वर्ष 2018-19 की समान अवधि में बैंक को 4,876 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। एसबीआई का अप्रैल-जून का मुनाफा जनवरी-मार्च में हुए 838 करोड़ रुपये के मुकाबले भी 175.79% अधिक है। प्रोविजन में भारी गिरावट से एसबीआई के नतीजों को सहारा। एसबीआई के कुल प्रोविजन 16,849 करोड़ रुपये के मुकाबले 32.06% की गिरावट के साथ 10,934 करोड़ रुपये के रह गये।
बैंक की शुद्ध ब्याज आमदनी 21,798 करोड़ रुपये से 5.23% की बढ़ोतरी के साथ 22,939 करोड़ रुपये और ऑपरेटिंग लाभ 11,973 करोड़ रुपये के मुकाबले 10.63% अधिक 13,246 करोड़ रुपये रहा।
बैंक ने एनपीए के मामले में भी काफी सुधार किया है। साल दर साल आधार पर एसबीआई का शुद्ध एनपीए अनुपात 222 घट कर 3.07% और सकल एनपीए अनुपात 316 आधार अंक गिर कर 7.53% रह गया। तिमाही के दौरान एसबीआई का प्रोविजन कवरेज अनुपात भी 1,009 आधार अंक सुधर कर 79.34% हो गया। इसके अलावा एसबीआई का शुद्ध ब्याज मार्जिन 6 आधार अंक बढ़ कर 3.01% और पूँजी पर्याप्तता अनुपात 12.83% से सुधर कर 12.89% रहा।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अनुसार संपत्ति की गुणवत्ता और लाभप्रदता के मामले में एसबीआई के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे।
उधर बीएसई में एसबीआई का शेयर 317.20 रुपये के पिछले बंद स्तर के मुकाबले 315.55 रुपये पर खुल कर अभी तक के सत्र में 307.05 रुपये के निचले स्तर तक फिसला है।
करीब सवा 3 बजे बैंक के शेयरों में 8.30 रुपये या 2.62% की कमजोरी के साथ 308.90 रुपये के भाव पर सौदे हो रहे हैं। इस भाव पर बैंक की बाजार पूँजी 2,75,636.63 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 373.70 रुपये और निचला स्तर 247.65 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 02 अगस्त 2019)
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