
मंगलवार 01 अक्टूबर के कारोबार में यस बैंक (Yes Bank) के शेयर में सत्र के दौरान 30% तक की गिरावट आयी थी।
बैंक का शेयर अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुँच गया था। बैंक ने अब घोषणा की है कि यह गिरावट मुख्य रूप से एक बड़े शेयरधारक द्वारा गिरवी रखे गये शेयरों के आह्वान पर 10 करोड़ इक्विटी शेयरों की जबरन बिक्री के कारण आयी थी। बैंक ने यह भी स्पष्ट किया है कि इसकी वित्तीय हालत मजबूत और नकदी की स्थिति जरूरती नियामक निमयों से अधिक है।
यस बैंक के अनुसार इसके सकल एडवांस 30 सितंबर 2019 को 2.32 लाख करोड़ रुपये के रहे, जो जून तिमाही समाप्ति पर 2.42 लाख करोड़ रुपये के थे। इसमें जून की तुलना में खुदरा एडवांस की हिस्सेदारी अधिक है। इसके अलावा बैंक की जमाएँ 2.09 लाख करोड़ रुपये की है, जबकि सीएएसए अनुपात जून तिमाही समाप्ति पर 30.2% से सुधर कर सितंबर समाप्ति पर 30.8% हो गया है।
यस बैंक की तरफ से दिये गये स्पष्टीकरण से इसके शेयर को काफी सहारा मिलता दिख रहा है। बीएसई में यस बैंक का शेयर 32.00 रुपये के पिछले बंद स्तर की तुलना में 39.95 रुपये पर खुल कर करीब 10 बजे 7.30 रुपये या 22.81% की मजबूती के साथ 39.30 रुपये के भाव पर है। इस भाव पर बैंक की बाजार पूँजी 10,022.81 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 285.90 रुपये और निचला स्तर, जो इसका सर्वकालिक निचला स्तर भी है, 29.05 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 03 अक्टूबर 2019)
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