पूँजी बाजार सेवा प्रदाता कंपनी इंडियाबुल्स वेंचर्स (Indiabulls Ventures) के शेयर में 6% से ज्यादा की तेजी देखने को मिल रही है।
आज हुई कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में 150 रुपये प्रति के भाव पर 6.67 करोड़ शेयरों की वापस खरीद (बायबैक) को मंजूरी दे दी गयी।
इंडियाबुल्स वेंचर्स के बायबैक प्रस्ताव के लिए शेयरधारकों की मंजूरी ली जायेगी। कंपनी को अभी इसके लिए एक रिकॉर्ड तिथि भी तय करनी है। बायबैक का आकार कंपनी की चुकता इक्विटी पूँजी का 10% से अधिक है।
बीएसई में इंडियाबुल्स वेंचर्स का शेयर 99.60 रुपये के पिछले बंद भाव की तुलना में 100.10 रुपये पर खुल कर अभी तक के सत्र में 107.95 रुपये के ऊपरी स्तर तक चढ़ा। करीब पौने 12 बजे कंपनी के शेयरों में 5.05 रुपये या 5.07% की बढ़ोतरी के साथ 104.65 रुपये पर कारोबार हो रहा है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 5,507.32 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 473.85 रुपये और निचला स्तर 98.20 रुपये रहा है।
क्या है बायबैक?
कोई कंपनी जब अपने ही शेयर शेयरधारकों से खरीदती है तो इसे बायबैक कहते हैं। इसे आईपीओ का उलट भी माना जाता है, क्योंकि कोई कंपनी आईपीओ में शेयर बेचती है। बायबैक की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन शेयरों का वजूद समाप्त हो जाता है। बायबैक के लिए कंपनियाँ टेंडर ऑफर या ओपन मार्केट का रास्ता चुनती हैं। कोई भी कंपनी कई कारणों से बायबैक करती है। इनमें सबसे अहम कारण कंपनी की बैलेंस शीट में अतिरिक्त नकदी का होना है। किसी कंपनी के पास बहुत ज्यादा नकदी का होना अच्छा नहीं माना जाता। इससे माना जाता है कि कंपनी अपनी नकदी का उपयोग नहीं कर पा रही है। शेयर बायबैक के जरिये कंपनी अपने अतिरिक्त नकदी का इस्तेमाल करती है। साथ ही कई बार कंपनी को लगता है कि उसके शेयर की कीमत कम यानी अंडरवैल्यूड है, तो वह बायबैक के जरिये उसे बढ़ाने की कोशिश करती है। (शेयर मंथन, 11 अक्टूबर 2019)
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