दवा कंपनी ल्युपिन (Lupin) को 2019 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 127.1 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ घाटा हुआ।
वहीं पिछले साल की समान अवधि में ल्युपिन को 266 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। अमेरिका में मुकदमा निपटाने के लिए एकमुश्त भुगतान के प्रावधान और जापान में इंजेक्टेबल कारोबार के विनिवेश पर घाटे के कारण ल्युपिन के नतीजे प्रभावित हुए हैं। वहीं ल्युपिन की शुद्ध आमदनी 3,890.9 करोड़ रुपये के मुकाबले 10.4% की वृद्धि के साथ 4,296.9 करोड़ रुपये रही।
अमेरिका में ल्युपिन की आमदनी साल दर साल आधार पर ही 6.1% की वृद्धि के साथ 1,324.4 करोड़ रुपये और घरेलू कारोबार 11.5% की बढ़ोतरी के साथ 1,341.9 करोड़ रुपये रहा। वहीं कंपनी का एबिटा 33.2% की बढ़ोतरी के साथ 732 करोड़ रुपये और एबिटा मार्जिन 288 आधार अंक बढ़ कर 16.8% हो गया।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के मुताबिक ल्युपिन के नतीजों को कमजोर बताया है। ब्रोकिंग फर्म के मुताबिक के लाइसेंसिंग आमदनी के सहारे ल्युपिन की आमदनी अनुमान के करीब रही, मगर कर्मचारी लागत और अनुसंधान एवं विकास खर्च के कारण एबिटा अपेक्षाकृत कम रहा।
कमजोर नतीजों से ल्युपिन के शेयर भाव में गिरावट आयी है। बीएसई में ल्युपिन का शेयर 772.15 रुपये के पिछले बंद भाव के मुकाबले बढ़त के साथ 748 रुपये पर खुला और अभी तक के कारोबार के दौरान 737.00 रुपये के निचले स्तर तक फिसला है। करीब सवा 11 ल्युपिन का शेयर 33.75 रुपये या 4.37% की कमजोरी के साथ 738.40 रुपये पर चल रहा है। इस भाव पर कंपनी की बाजार पूँजी 33,411.83 करोड़ रुपये है। वहीं इसके पिछले 52 हफ्तों का शिखर 905.90 रुपये और निचला स्तर 646.20 रुपये रहा है। (शेयर मंथन, 07 नवंबर 2019)
Add comment