रिलायंस रिटेल ने एडवर्ब टेक (Adverb tech) में 54 फीसदी हिस्सा खरीदा है।
एडवर्ब टेक में 54 फीसदी हिस्सा खरीद के बाद रिलायंस रिटेल सबसे बड़ा शेयरधारक बन जाएगा। रिलायंस ने 54 फीसदी हिस्सा के लिए 13.2 करोड़ डॉलर यानी करीब 983 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। एडवर्ब टेक के को सह संस्थापक संगीत कुमार के मुताबिक कंपनी स्वतंत्र तौर पर अपना कामकाज जारी रखेगी। रिलायंस को हिस्सा बिक्री से मिली रकम का इस्तेमाल कंपनी विदेशों में कारोबार विस्तार के लिए करेगी। इसके अलावा नोएडा में सबसे बड़ा रोबोटिक मैन्युफैक्चरिंग इकाई लगाएगी।
कंपनी के पास पहले से ही नोएडा में मैन्युफैक्चरिंग इकाई है जहां पर सालाना करीब 10000 रोबोट का उत्पादन होता है। रिलायंस रिटेल कंपनी का पहले से ही ग्राहक है। दोनों ने मिलकर जियो-मार्ट ग्रॉसरी कारोबार के लिए ऑटोमेटेड वेयरहाउस का निर्माण किया है। रिलायंस रिटेल के साथ इस रणनीतिक करार से 5G और बैटरी तकनीक का फायदा मिलेगा। साथ ही कम कीमत पर एडवांस रोबोट डिलिवर करने में भी मदद मिलेगी।
संगीत कुमार के मुताबिक फिलहाल कुल आय का 80 फीसदी हिस्सा भारत से आता है, लेकिन आने वाले 4-5 सालों में भारत-विदेश से होने वाली आय बदलकर 50-50 फीसदी होने की उम्मीद है। फिलहाल कंपनी की कुल आय में सॉफ्यवेयर का योगदान करीब 15 फीसदी है जिसके आगे बढ़ने की उम्मीद है।
2016 में बनी एडवर्ब कंपनी को उम्मीद है कि मौजूदा वित्त वर्ष में आय 100 फीसदी ग्रोथ के साथ पिछले वित्त वर्ष के 200 करोड़ रुपये से बढ़कर 400 करोड़ रुपये तक हो जाएगा। एडवर्ब कंपनी की 4 सब्सिडियरीज हैं जो सिंगापुर , नीदरलैंड,अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में स्थित है। मैन्युफैक्चरिंग भारत में होती है और विदेशी सब्सिडियरी रोबोट की डिजाइनिंग में मदद करती हैं। (शेयर मंथन, 18 जनवरी 2022)
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