सर्राफा की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में रहने की संभावना है।
अमेरिकी फेड द्वारा 2020 तक बेंचमार्क ब्याज दरों में कई बार बढ़ोतरी करने की योजना के बाद डॉलर के मजबूत होने के कारण सोने की कीमतों में गिरावट हुई। सोना (दिसंबर) की कीमतों को 30,950 रुपये के नजदीक बाधा और 30,600 रुपये के आस-पास सहारा, जबकि चांदी (दिसंबर) की कीमतों को 38,800 रुपये के नजदीक अड़चन और 38,200 रुपये के नजदीक सहारा रह सकता है।
अमेरिकी कमोडिटी वायदा कारोबार आयोग के अनुसार 25 सितंबर को समाप्त हुए हफ्ते में हेज फंडों और मनी मैनेजरों ने सोना वायदा के कुल शॉर्ट पोजिशन में बढ़ोतरी की है। फेड चेयरमैन पॉवेल के अनुसार अमेरिकी अर्थव्यवस्था में अगले दो वर्षो तक धीमेपन की कोई संभावना नही है और फेड ब्याज दरों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी कर सकता है। अगस्त महीने में अमेरिकी उपभोक्ता खर्चों में लगातार बढ़ोतरी हुई है, जिससे तीसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि के बेहतर रहने की संभावना है। (शेयर मंथन, 01 अक्टूबर 2018)
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