सर्राफा की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है।
निवेशक इस हफ्ते 18-19 दिसंबर को होने वाली फेड की बैठक का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन फेड भविष्य में ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर काफी सावधनी बरत रहा है। यदि फेडरल रिजर्व द्वारा इस हफ्ते की बैठक में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जाती है तो बाजार को अगले वर्ष में ब्याज दरों में एक से अधिक बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है। इस अनुमान के कारण सर्राफा की कीमतों को मदद मिली है। फेडरल रिजर्व में स्थितियाँ तेजी से बदल रही है, जो संकेत कर रही है कि फेड ब्याज दरों में कुछ ही बढ़ोतरी करेगा और शीघ्र ही यथास्थिति बरकरार रखेगा। ब्याज दरों के कम होने से सर्राफा पर लागत में कमी होती है और डॉलर पर दबाव पड़ता है।
सोने की कीमतों को 31,700 रुपये के करीब बाधा और 31,400 रुपये के आस-पास सहारा, चांदी की कीमतों को 38,400 रुपये के नजदीक रुकावट और 37,780 रुपये के नजदीक सहारा रह सकता है। ब्रिटिश प्रधनमंत्री टेरेसा मे के अविश्वास प्रस्ताव पर सफल होने के कारण निवेशकों ने राहत की साँस ली है, लेकिन अभी भी अनिश्चितता बरकरार है कि टेरेसा मे ब्रेक्जिट करार को संसद में पारित कराने में सफल हो जायेंगी। चीन द्वारा अपने ‘मेड इन चाइना 2,025' के प्रस्ताव में बदलाव की खबरों से वैश्विक सेंटीमेंट और इक्विटी बाजारों को मदद मिली है और व्यापार करार की उम्मीद बढ़ी है। इस बीच विश्व में सोने के सबसे बड़े ईटीएफ की होल्डिंग 763.556 टन हो गयी है। (शेयर मंथन, 17 दिसंबर 2018)
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