सर्राफा की कीमतों में मिला-जुला रुझान रहने की संभावना है।
विश्व अर्थव्यवस्था की गति धीमी रहने की आशंका से डॉलर के मजबूत होने के कारण आज सोने की कीमतों में स्थिरता है, लेकिन फेड द्वारा इस वर्ष अमेरिकी ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर रोक की संभावना से सोने की कीमतों को मदद मिल रही हैं। नवंबर में यूरो जोन के औद्योगिक उत्पादन में गिरावट के कारण यूरो जोन की आर्थिक रफ्तार के कमजोर रहने की आशंका है।
सोने की कीमतों में 32,000 रुपये पर सहारा के साथ 32,300 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है, जबकि चांदी की कीमतों को 39,300 रुपये पर सहारे के साथ 39,700 रुपये तक बढ़त दर्ज की जा सकती है। कारोबारियों का मानना है कि विश्व और अमेरिकी अर्थव्यवस्था की गति धीमी रहने और अमेरिकी मुद्रास्फीति के सुस्त रहने के कारण फेड नीति निर्माता ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने से हिचक रहे हैं।
अमेरिकी फेडरल चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा है कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों को लेकर लचीला रुख और धैर्य बनाये रखेगा। इस बीच ब्रिटिश प्रधनमंत्री टेरेसा मे ने सांसदों से कहा है कि वे यूरोपीय यूनियन से अलग होने के फैसले को लेकर हुए समझौते पर दोबार विचार करें। (शेयर मंथन, 15 जनवरी 2019)
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