सर्राफा की कीमतों में नरमी रह सकती है। सोने की कीमतों में 52,600 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 51,400 रुपये तक गिरावट हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में 69,200 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 64,700 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
डॉलर के एक सप्ताह के उच्च स्तर के करीब पहुंचने और कोरोना वायरस के उपचार को लेकर उम्मीदों के कारण जोखिम सेंटीमेंट में बढ़ोतरी होने के कारण आज सोने की कीमतों में नरमी है, जबकि निवेशक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के इस सप्ताह के अंत में जैक्सन होल में अमेरिकी मौद्रिक नीति को लेकर भाषण का इंतजार कर रहे है। सोने की हाजिर कीमते 0.2% घटकर 1,929.25 डॉलर प्रति औसतन हो गयी हैं जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.2% की गिरावट के साथ 1,934.10 डॉलर पर बंद हुआ। डॉलर इंडेक्स ने पिछले सप्ताह एक सप्ताह से अधिक के उच्च स्तर के पास पहुँच गया है जिससे अन्य मुद्राओं के ग्राहकों के लिए सोना अधिक महँगा हो गया। पॉवेल गुरुवार को कैनसस सिटी फेड के वार्षिक संगोष्ठी के उद्घाटन दिवस पर मौद्रिक नीति पर चर्चा करेंगे।
फेड ने वित्तीय और मौद्रिक प्रोत्साहन उपायों की एक लहर शुरू की है और महामारी से होने वाली आर्थिक क्षति को कम करने के लिए ब्याज दरों में कटौती को शून्य के करीब कर दिया है, जिसके कारण इस वर्ष अब तक सोने की कीमतों में 28% की वृद्धि हुई है। इस बीच, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय ने कहा है कि अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटहाइजर और ट्रेजरी सचिव स्टीवन मेनुचिन ने सोमवार को चीनी वाइस प्रीमियर लियू हे के साथ बात की। पिछले हफ्ते भारत में सोने के डीलरों ने डेढ़ महीने में सबसे अधिक छूट की पेशकश की। (शेयर मंथन, 25 अगस्त 2020)
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