सर्राफा की कीमतों में उच्च स्तर से गिरावट होने की संभावना है।
सोने की कीमतों में 52,100 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 50,800 रुपये तक गिरावट हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में 68,400 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 66,980 रुपये तक गिरावट हो सकती है। डॉलर के कमजोर होने से आज सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है जबकि निवेशकों का ध्यान इस सप्ताह फेडरल रिजर्व के नीति निर्माताओं के भाषणों पर केंद्रित होने के साथ विश्व स्तर पर कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के लिए फिर से प्रतिबंध लगाये जाने से आर्थिक सुधर में तेजी आने की उम्मीद के बाधित हुई है। सोने की हाजिर कीमतें 0.3% बढ़कर 1,954.65 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। अमेरिकी सोना वायदा 0.1% गिरकर 1,959.90 डॉलर प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
डॉलर सूचकांक अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले 0.1% कमजोर हुआ है जिससे अन्य मुद्राओं के खरीदारों के लिए सोना अधिक आकर्षक हो गया। निवेशक अब फेड की मौद्रिक नीति पर किसी संकेत प्राप्त करने की उम्मीद कर रहे हैं क्योंकि नीति निर्माताओं का एक समूह इस सप्ताह के अंत में कांग्रेस की समितियों के सामने सार्वजनिक भाषण देने वाला है, जिसमें अध्यक्ष जेरोम पॉवेल भी शामिल हैं। सोने के सटोरियों ने 15 सितंबर को समाप्त सप्ताह में कुल लांग पोजिशन को 10,622 कॉन्टैक्ट्स बढ़ाकर 165,251 कर लिया है। दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज एक्सचेंज ट्रेडेड फंड, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट में सोने की होल्डिंग शुक्रवार को 1.03% बढ़कर 1,259.84 टन हो गयी। भारत में सोने के आभूषणविक्रेताओं को आगामी त्यौहारी सीजन में उम्मीद है इसलिए डीलरों ने दुकानों पर ग्राहकों को लुभाने के लिए लगातार पांचवें सप्ताह में छूट की पेशकश की। (शेयर मंथन, 21 सितंबर 2020)
Add comment