सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों में 50,200 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 49,700 रुपये तक गिरावट हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 61,900 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 60,800 रुपय तक गिरावट हो सकती है।
ट्रेजरी सचिव स्टीवन मेनुचिन के अनुसार फेडरल रिजर्व के महामारी से संबंधित अहम ऋण कार्यक्रमों के साल के अंत तक समाप्त हो जाने के बाद अमेरिकी स्टीमुलस को लेकर अनिश्चितता बढ़ने से आज सोने की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। सोने की हाजिर कीमतें 0.2% गिरकर 1,863.21 डॉलर प्रति औसतन के पास कारोबार कर रही हैं जबकि अमेरिकी सोना वायदा 1,862.60 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। फेड चेयर जेरोम पॉवेल को लिखे एक पत्र में, स्टीवन मेनुचिन ने कहा है कि 455 बिलियन डॉलर का ट्रेजरी केयर अधिनियम के तहत पिछले वसंत में आवंटित किया गया था, जो फेड द्वारा व्यवसायों, गैर-लाभकारी संस्थाओं और स्थानीय सरकारों को उधर देने के लिए था जिसे फिर से आवंटन के लिए उपलब्ध होना चाहिये। इस बीच अमेरिका में बेरोजगारी लाभ के लिए पहली बार दावा दायर करने वाले अमेरिकियों की संख्या पिछले सप्ताह बढ़ी, जो महामारी को नियंत्रित करने के लिए नये व्यापार प्रतिबंधें के कारण छंटनी की संभावना से बढ़ी है। संक्रमण की नयी लहर श्रम बाजार की रिकवरी को और धीमा कर सकता है। महामारी के कारण अक्टूबर में पूर्व से पश्चिम तक सोने का प्रवाह कम हो गया है क्योंकि स्विस सीमा शुल्क के आँकड़ों के अनुसार स्विजरलैंड को एशिया से बुलियन का निर्यात कम हो गया है और मई 2019 के बाद से किसी भी महीने में भारत को अधिक निर्यात किया गया।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग गुरुवार को 0.14% गिरकर 1,217.25 टन रही। चांदी की कीमतें 0.1% गिरकर 24.06 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। (शेयर मंथन, 20 नवंबर 2020)
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