सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों में 48,800 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 48,200 रुपये तक गिरावट हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 60,500 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 59,200 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
निवेशकों के बीच एक सस्ती कोरोना वायरस वैक्सीन की प्रभावकारिता पर संदेह के कारण आज सोने की कीमतों में स्थिरता देखी जा रही है लेकिन कीमतें लगातार तीसरे साप्ताहिक बढ़त की ओर अग्रसर है। सोने की हाजिर कीमतें 0.2% बढ़कर 1,809.80 डॉलर प्रति औसतन के पास कारोबार कर रही हैं जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.2% बढ़कर 1,809.80 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। कोविड-19 वैक्सीन को लेकर प्रगति और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के व्हाइट हाउस के कार्यभार ग्रहण करने के संकेत के बाद इस हफ्ते सोने की कीमतों में लगभग 3% से अधिक की गिरावट हुई है।
ट्रंप ने गुरुवार को कहा कि वह व्हाइट हाउस छोड़ देंगे यदि इलेक्टोरल कॉलेज बिडेन के लिए वोट करता है, लेकिन उन्होंने चुनाव में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के अपने निराधर दावों को भी दोहराया। आगे की स्टीमुलस के लिए संभावना को बढ़ाते हुये, यूरोपीय सेंट्रल बैंक के मुख्य अर्थशास्त्राी ने चेतावनी दी कि कम मुद्रास्फीति का एक लंबा चरण जारी रहने से उपभोग और निवेश को नुकसान होगा। ब्रिटेन यूरोपीय संघ के साथ आमने-सामने व्यापार वार्ता को फिर से शुरू करना चाहता है। चांदी की कीमतें 0.9% गिरकर 23.25 डॉलर प्रति औसतन रह गयी। (शेयर मंथन, 27 नवंबर 2020)
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