शेयर मंथन में खोजें

सर्राफा की कीमतों में पिछले चार हफ्ते में पहली बार मुनाफा वसूली की संभावना - एसएमसी साप्ताहिक रिपोर्ट

अमेरिकी राजकोषीय प्रोत्साहन सौदे पर बढ़ती उम्मीद के कारण डॉलर पर दबाव पड़ने और महँगाई के मुकाबले हेज के रूप में माँग बढ़ने से सर्राफा की कीमतों में पिछले चार हफ्ते में पहली बार बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।
डॉलर के कारण आंशिक रूप से कमजोर और कुछ तकनीकी रूप से अधिक बिकवाली हो जाने के बाद सोने की कीमतों में तेजी का रुझान है। आर्थिक सुधार तेज होने और मुद्रास्फीति में अधिक बढ़ोतरी होने से अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा मौद्रिक प्रोत्साहन पर रोक लगाने से डॉलर के मजबूत होने से कीमतों में गिरावट का जोखिम बढ़ सकता है। अमेरिकी कांग्रेस में एक द्विदलीय 908 बिलियन डॉलर के कोरोना वायरस सहायता योजना को गति मिली है क्योंकि रूढ़िवादी सांसदों ने अपना समर्थन व्यक्त किया। दवा कंपनी फाइजर द्वारा अपने कोविड-19 वैक्सीन के निर्माण के लक्ष्य को कम किये जाने के बाद सुरक्षित निवेश के लिए मदद मिलने से कीमतों मिली। प्रोत्साहन पैकेज पर समझौते और कोविड-19 टीकों पर उम्मीदों के कारण डॉलर सूचकांक दो वर्ष से अधिक के निचले स्तर पर पहुँच गया है जिससे अन्य मुद्राओं को रखने वाले निवेशकों के बीच सोने की माँग बढ़ गयी। मुद्रास्फीति और मुद्रा की दुर्बलता के खिलाफ एक बचाव माना जाने वाला सोना, इस वर्ष लगभग 21% बढ़ गया है, जो शून्य ब्याज दरों से लाभान्वित है और वैश्विक स्तर पर महामारी से आर्थिक झटके के असर को कम करने के लिए वैश्विक स्तर पर बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन के परिणामस्वरूप अधिक मुद्रास्फीति की संभावना के मुकाबले माँग में बढ़ोतरी से मदद मिली है।
हाल ही में कीमतों में वृद्धि के बावजूद, सोने के ईटीएफ निवेश में गिरावट हुई। विश्व में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग गिरकर 1,191.28 टन रह गयी। इस सप्ताह में, हम कीमतों में भारी अस्थिरता देख सकते हैं और एमसीएक्स में सोने की कीमतें 4,9500-5,1400 रुपये के दायरे में और चांदी की कीमतें 60,200-65,100 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। जबकि कोमेक्स में सोने की कीमतें 1,760-1,880 डॉलर के दायरे में और चांदी की कीमतें 22.90-25.40 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 07 दिसंबर 2020)

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

  • 10 शेयर 10 फंड : निवेश मंथन पत्रिका (अक्टूबर 2024)

    यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।

  • आईपीओ की आँधी : निवेश मंथन पत्रिका (सितंबर 2024)

    शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"