सर्राफा की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों में 49,200 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 49,800 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 65,400 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 66,470 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है।
राजकोषीय कोरोना वायरस प्रोत्साहन पैकेज पर प्रगति के बाद आज सोने की कीमतें एक हफ्ते के उच्च स्तर पर स्थिर है जबकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा आर्थिक रिकवरी होने तक ब्याज दरों को शून्य के पास बनाए रखने से भी कीमतों को मदद मिली। सोने की हाजिर कीमतें 1,864.36 डॉलर प्रति औसतन के पास कारोबार कर रही हैं जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.5% बढ़कर 1,867.80 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। अमेरिकी कांग्रेस के वार्ताकार बुधवार को 900 बिलियन डॉलर की कोविड-19 सहायता बिल पर सहमति के काफी नजदीक पहुँच गये हैं, जिसमें 600-700 बिलियन डॉलर का प्रोत्साहन चेक और बेरोजगारी लाभ शामिल है, जबकि शुक्रवार की समय सीमा समाप्त हो रही है। आने वाले वर्ष में ब्याज दरों के शून्य के पास रहने की संभावना के साथ, फेड ने बुधवार को अधिक स्पष्ट रूप से अपने बांड-खरीद कार्यक्रम को जारी रखने का वादा किया जब तक कि पूर्ण रोजगार को प्राप्त करने और अपने 2% मुद्रास्फीति लक्ष्य को पूरा करने में पर्याप्त प्रगति न हो। अमेरिकी खुदरा बिक्री नवंबर में उम्मीद से अधिक गिर गयी जिससे आर्थिक सुधार में मंदी के संकेत बढ़ गये है। को जोड़ते हुये, बाजार सहभागियों को अब बैंक ऑफ इंग्लैंड के नीतिगत निर्णय का इंतजार है, जहाँ यह ब्रेक्सिट पर कोई समझौता नहीं होने से आगे स्टीमुलस से बचने की उम्मीद है जिससे महामारी से ग्रस्त अर्थव्यवस्था की समस्याओं के बढ़ने की संभावना है।
यूरोप क्षेत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा है कि ब्रिटेन और यूरोपीय संघ एक नये व्यापार समझौते को पूरा करने के करीब पहुँच गये हैं लेकिन यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि वे सफल होंगे। चांदी की कीमतें 0.3% गिरकर 25.27 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। (शेयर मंथन, 17 दिसंबर 2020)
Add comment