सर्राफा की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों में 50,010 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 50,300 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 67,780 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 68,500 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है।
नववर्ष अवकाश के कारण आज अमेरिकी और चीन का बाजार बंद है। एक शानदार वर्ष के बाद, कीमती धातुयें 2021 में आगे भी बढ़त के लिए तैयार हैं जिसमें चांदी की कीमतें भी सोने की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। लेकिन विश्लेषकों के बीच सोने को लेकर अधिक सतर्कता बढ़ रही है क्योंकि कोरोना वायरस के प्रभाव से वैश्विक अर्थव्यवस्था उबर रही है। महामारी ने निवेशकों को अपने धन की रक्षा के लिए स्टॉक जमा करने के लिए बढ़ावा दिया था। आपूर्ति में कमी के कारण इस साल सोने की कीमतों में 20% से अधिक की वृद्धि हुई, जबकि चांदी की कीमतों में 47% बढ़ी है। परंपरागत रूप से पैसे को स्टोर करने के लिए सोने को एक सुरक्षित स्थान के रूप में देखा जाता है, जो 2019 में आर्थिक विकास धीमा होने के साथ सोने की कीमतों में बढ़ोतरी होने लगी थी। लेकिन महामारी ने बढ़ोतरी की गति को तेज कर दिया और अगस्त की कीमतों में कीमतें 2,072.50 डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गयी। यद्यपि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन के कारण भौतिक सोने की माँग कम हुई है लेकिन निवेश माँग में भारी बढ़ोतरी हुई है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग में 2009 के बाद से लगभग 30% की सबसे अधिक वृद्धि हुई है। भारी सरकारी कर्ज, बांडों पर नकारात्मक यील्ड और मुद्रास्फीति और बाजार की हलचलों के जोखिम के कारण 2021 में सोने की कीमतों को मदद मिलती रह रहेगी। (शेयर मंथन, 01 जनवरी 2021)
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