सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों में 51,200 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 50,200 रुपये तक गिरावट हो सकती है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 70,200 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 69,100 रुपये तक गिरावट हो सकती है।
अमेरिकी डॉलर और ट्रेजरी की यील्ड के मजबूत होने के कारण सोने की कीमतों में गिरावट हुई है लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में अतिरिक्त प्रोत्साहन की उम्मीद से लगातार दूसरे हफ्ते कीमतें बढ़ोतरी की ओर अग्रसर है। सोने की हाजिर कीमतें 0.1% लुढ़ककर 1,911.32 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं जबकि अमेरिकी सोना वायदा 0.1% की गिरावट के साथ 1,912.30 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। मार्च के बाद पहली बार 10 साल के अमेरिकी ट्रेजरी की यील्ड 1% से अधिक हो गयी, जिससे सोने की अवसर लागत बढ़ गयी।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोविड-19 मामलों में उछाल के बाद एक नये राष्ट्रीय लॉकडाउन का आदेश दिया। अमेरिकी कारखाने की गतिविधि दिसंबर में लगभग ढ़ाई वर्षों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी। दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग 0.1% गिरकर 1,186.78 टन टन हो गयी। (शेयर मंथन, 08 जनवरी 2021)
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