सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 47,000 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 46,500 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 69,480 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 68,600 रुपये पर सहारा रह सकता है।
डॉलर में मजबूती और अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी के कारण आज सोने की कीमतें लगभग दो सप्ताह के निचले स्तर पर कारोबार कर रही है। सोने की हाजिर कीमतें 0.6% फिसलकर 1,788.40 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.6% फिसलकर 1,788.40 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। प्रमुख करेंसियों के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने से सोना अधिक महँगा हो गया। बेंचमार्क अमेरिकी ट्रेजरी की यील्ड 1.3% से अधिक बढ़कर फरवरी 2020 के बाद से उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी। वैश्विक स्तर पर आर्थिक सुधार की संभावना और कम ब्याज दरों के कारण जोखिम वाली परिसंपत्तियों में निवेश को बढ़ावा मिलने से विश्व स्तर पर शेयर बाजारो में लगातार 13 वें दिन बढ़त दर्ज की गयी है। कारोबारी अब बुधवार को जारी होने वाले फेडरल रिजर्व की जनवरी के अंत में हुई मौद्रिक नीति की बैठक के मिनट की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
कैनसस सिटी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष एस्टर जॉर्ज ने कहा कि जब तक महामारी नहीं घटती, तब तक संयुक्त राज्य अमेरिका में राजकोषीय नीति एक महत्वपूर्ण आर्थिक प्रवृत्ति रहेगी। सोना और चांदी के म्यूचुअल फंड और ईटीएफ तीन फरवरी को समाप्त में तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुँच गये है। चांदी की कीमतें 0.1% की बढ़त के साथ 27.20 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। (शेयर मंथन, 17 फरवरी 2021)
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