सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 46,200 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 45,800 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 69,200 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 68,300 रुपये पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने के बाद सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की माँग में बढ़ोतरी होने से सोने की कीमतों में आज आठ महीने के निचले स्तर से बढ़त देखी जा रही है। सोने की हाजिर कीमतें 0.3% बढ़कर 1,739.31 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.4% बढ़कर 1,736.10 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। फेडरल रिजर्व नीति निर्धारक लंबी अवधि के अमेरिकी सरकारी बांड की यील्ड में वृद्धि को अर्थव्यवस्था के बारे में बढ़ती उम्मीदों के संकेत के रूप में देख रहे हैं क्योंकि कोविड-19 के लिए अधिक लोगों को टीका लगाया जा रहा है। न्यूयार्क फेड के अध्यक्ष जॉन विलियम्स ने कहा है कि राजकोषीय समर्थन और टीकाकरण से अमेरिका को दशकों में अपनी सबसे मजबूत वृद्धि मिल सकती है। जनवरी में हांगकांग के रास्ते से चीन का शुद्ध सोने का आयात कम हुआ है क्योंकि कोविड-19 से संबंधित प्रतिबंधें और लूनर नव वर्ष की छुट्टी के कारण माँग में कमी हुई है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग गुरुवार को 0.6% कम हो गयी है। चांदी की कीमतें 0.3% बढ़कर 26.71 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। (शेयर मथन, 01 मार्च 2021)
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