सोने की कीमतों को 44,900 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 44,400 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी (मई) की कीमतों में काफी अधिक उठापटक हो सकती है और कीमतों में 66,700 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 65,400 रुपये पर सहारा रह सकता है।
डॉलर के कमजोर होने के कारण सोने की कीमतों में आज नौ महीने के निचले स्तर से बढ़त देखी जा रही है जबकि लंबे समय से प्रतीक्षित अमेरिकी कोरोना वायरस प्रोत्साहन पैकेज के पारित होने से मुद्रास्फीति के खिलाफ बुलियन की माँग को बढ़ावा मिला। सोने की हाजिर कीमतें 0.7% बढ़कर 1,712.46 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.7% बढ़कर 1,709.90 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। 1.9 ट्रिलियन डॉलर के कोरोना वायरस प्रोत्साहन पैकेज के पारित होने और अमेरिकी डॉलर सूचकांक में गिरावट से बेहतर सेंटीमेंट होने के कारण सोने की कीमतों में मदद कर रही है। अमेरिकी सीनेट ने शनिवार को राष्ट्रपति जो बाइडेन की प्लस 1.9 ट्रिलियन डॉलर के कोरोना वायरस प्रोत्साहन पैकेज को पारित कर दिया, जिसमें अंतिम बिल कई अमेरिकियों को 1,400 डॉलर के भुगतान के लिए एक बार में 400 बिलियन डॉलर भी शामिल है। बेंचमार्क अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में गिरावट से भी सर्राफा की कीमतों को मदद मिल रही है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग शुक्रवार को 10 महीने के निचले स्तर पर आ गयी। चांदी की कीमतें 2.3% बढ़कर 25.76 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। (शेयर मंथन, 08 फरवरी 2021)
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