मजबूत अमेरिकी आर्थिक आँकड़ों के बाद डॉलर के मजबूत होने और बॉन्ड की यील्ड में बढ़ोतरी के कारण सोने की कीमतें दो सप्ताह के निचले स्तर के करीब पहुँच गयी है और तीन महीने में सबसे अधिक साप्ताहिक गिरावट हुई है।
जबकि निवेशकों को मई माह के बहुप्रतीक्षित गैर-कृषि पेरोल आँकड़ों के बाद फेडरल रिजर्व द्वारा प्रोत्साहन उपायों में संभावित कमी की आशंका है। डॉलर इंडेक्स अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले तीन सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुँच गया, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना अधिक महँगा हो गया। अमेरिकी 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड 1.63% हो गया है, जिससे गैर-ब्याज वाले सोने को रखने की अवसर लागत बढ़ गयी। फेड बैंक ऑफ डलास के अध्यक्ष रॉबर्ट कपलान ने कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका महामारी से उबर रहा है और पूर्ण रोजगार और 2% मुद्रास्फीति की ओर प्रगति करना शुरू कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुनियादी ढाँचा योजना के रिपब्लिकन समर्थन को प्राप्त के लिए अपने प्रस्तावित कॉर्पोरेट कर वृद्धि को रद्द करने की पेशकश की है। रूस अपने राष्ट्रीय धन कोष से 186 बिलियन डॉलर के अमेरिकी डॉलर की कमी की रहा है क्योंकि वाशिंगटन मास्को पर प्रतिबंध लगाना जारी रखा है। रूस के राष्ट्रीय धन कोष में बदलाव अगले महीने में होने की उम्मीद है। यह बदलाव होने के बाद फंड में यूरो की संपत्ति का हिस्सा 40%, युआन 30% और सोने का 20% पर रहने की उम्मीद है। इस बीच, जापानी येन और ब्रिटिश पाउंड में 5% की वृद्धि होने की संभावना है। इस सप्ताह के आगे, हम सोने में काफी अस्थिरता देख सकते हैं और कीमतें नरमी के रुझान के साथ कारोबार कर सकती है, लेकिन हम निचले स्तरों से खरीदारी भी देख सकते हैं।
सोने की कीमतें 46,000-49,400 रुपये दायरे में और चांदी की कीमतें 67,100-73,200 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। कोमेक्स में सोने की कीमतें 1,800-1,920 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है और चाँदी की कीमतें 25.80-29.10 डॉलर के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 07 जून 2021)
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