सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान है। सोने की कीमतों को 47,300 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 46,700 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में 68,200 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 67,400 रुपये पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने के कारण आज सोने की कीमतों में तेजी दर्ज की गयी, जबकि निवेशकों ने मुद्रास्फीति के दबाव को कम करने के लिए इस सप्ताह अधिक अमेरिकी आर्थिक आँकड़ों की प्रतीक्षा की। सोने की हाजिर कीमतें 0.1% की गिरावट के साथ 1,777.26 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.2% की गिरावट के साथ 1,779.50 डॉलर प्रति औसतन पर कारोबार कर रहा है। डॉलर इंडेक्स अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले 11 सप्ताह के उच्च स्तर से नीचे मजबूती बनाये हुये है, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना अधिक महँगा हो गया। दो अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में उच्च मुद्रास्फीति की अवधि अनुमान से अधिक समय तक चल सकती है, इसलिए केंद्रीय बैंक को ब्याज दरों में वृद्धि कब शुरू करनी चाहिये, इस पर विचार करना चाहिएये। बुधवार के आँकड़ों से पता चलता है कि अमेरिकी एकल-परिवार के नये घरों की बिक्री मई में एक साल के निचले स्तर तक गिर गयी, क्योंकि नये बने घरों की औसत कीमत महँगे कच्चे माल के कारण बढ़ गयी। गुरुवार को बेरोजगार दावों और शुक्रवार को उपभोक्ता खर्च के अलावा, निवेशकों का ध्यान अब शुक्रवार को अमेरिकी उत्पादक मूल्य मुद्रास्फीति के आँकड़ों पर रहेगा। एक सर्वेक्षण से पता चला है कि इस महीने 15 वर्षों में यूरो जोन के कारोबार में सबसे तेज गति से वृद्धि हुई है, क्योंकि लॉकडाउन उपायों में अधिक ढील ने यूरो ब्लॉक के प्रमुख सेवा उद्योग में तेजी ला दी है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेंडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग बुधवार 0.3% गिरकर 1,046.65 टन हो गयी। चांदी की कीमतें 25.87 डॉलर प्रति औसतन पर स्थिर रही। (शेयर मंथन, 24 जून 2021)
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