सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 47,800 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 47,100 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में 69,500 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 68,900 रुपये पर सहारा रह सकता है।
डॉलर के मजबूत होने और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अपनी मौद्रिक नीति को जल्द से जल्द सख्त करने की चिंता से सोने की माँग कमजोर होने से आज कीमतों में गिरावट हुई है। सोने की हाजिर कीमतें 0.2% की गिरावट के साथ 1,775.42 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.2% गिरकर 1,776.40 डॉलर प्रति औसतन पर कारोबार कर रहा है। डॉलर इंडेक्स अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले 0.1% मजबूत हुआ है जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना महँगा हो गया। फेड बैंक ऑफ रिचमंड के अध्यक्ष थॉमस बार्किन ने सोमवार को कहा कि फेड ने परिसंपत्ति खरीद को कम करने के लिए अपने मुद्रास्फीति लक्ष्य की दिशा में काफी आगे की प्रगति की है। फेड वाइस चेयर फॉर सुपरविजन रान्डेल क्वार्ल्स ने सोमवार को कहा है कि आपूर्ति श्रृंखला असंतुलन और उच्च माँग वर्तमान में उच्च मुद्रास्फीति की ओर ले जा रही है और यदि मुद्रास्फीति अनुमान से अधिक समय तक बनी रहती है तो फेड के पास कार्रवाई करने की तैयारी हैं। यूरोपीय सेंट्रल बैंक के नीति निर्माताओं ने सोमवार को पिछले साल कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत में शुरू की गयी आपातकालीन बांड खरीद को समाप्त करने के बारे में एक सार्वजनिक बहस शुरू की। मई में हांगकांग के रास्ते से चीन में सोने का शुद्ध आयात पिछले महीने की तुलना में आधे से अधिक हो गया, क्योंकि कोरोना वायरस के कारण प्रतिबंधें के बीच माँग लड़खड़ा गयी थी।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग सोमवार को 0.3% बढ़कर 1,045.78 टन हो गयी, जो शुक्रवार को 1,042.87 टन थी। चांदी की कीमतें 0.2% की गिरावट के साथ 26.03 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। (शेयर मंथन, 29 जून 2021)
Add comment