सर्राफा की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 47,500 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 47,100 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में 69,500 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 68,900 रुपये पर सहारा रह सकता है।
पिछले सत्र में दो सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद डॉलर में मामूली तेजी आने के कारण आज सोने की कीमतों में गिरावट हुई है, जबकि निवेशकों को फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति योजनाओं पर संकेत के लिए अधिक अमेरिकी आर्थिक आँकड़ों की प्रतीक्षा है। शुक्रवार को 18 जून के बाद के उच्चतम स्तर 1,794.86 डॉलर पर पहुँचने के बाद सोने की हाजिर कीमतें 0.1% गिरकर 1,785.41 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.1% बढ़कर 1,785.20 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। डॉलर अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले 0.1% मजबूत हुआ है जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना महँगा हो गया। अमेरिकी कंपनियों ने जून में 10 महीने में सबसे अधिक श्रमिकों को काम पर रखा, वेतन बढ़ाया और घर बैठे लाखों बेरोजगार अमेरिकियों को लुभाने के लिए प्रोत्साहन की पेशकश की। अनुमान से अधिक बेहतर अमेरिकी रोजगार के आँकड़ों के बाद फेड के अगले कदम पर निवेशकों का ध्यान बना हुआ है, क्योंकि बाजार लगातार मुद्रास्फीति पर चिंताओं के बीच मजबूत आर्थिक सुधार के सबूतों को लेकिन काफी उत्साहित है। जापान के सेवा क्षेत्र की गतिविधि जून में लगातार 17वें महीने कम हो गयी है क्योंकि कोरोना वायरस ने देश और विदेश में माँग को कम कर दिया।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेंडेड फंड, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग शुक्रवार को 1,043.16 टन से गिरकर 1,042.58 टन हो गयी। अमेरिकी कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेंडिंग कमिशन के आँकड़ों से पता चलता है कि सट्टेबाजों ने 29 जून को समाप्त में कोमेक्स में सोने में अपनी शुद्ध लांग पोजिशन कम कर दी और चांदी में अपनी शुद्ध लांग पोजिशन बढ़ायी है। भारत में पिछले हफ्ते सोना दो महीने से अधिक समय में पहली बार प्रीमियम पर बेचा जा रहा था क्योंकि कोरोना वायरस की दूसरी लहर का मुकाबला करने के लिए प्रतिबंधें थोड़ी ढील के बाद माँग में बढ़ोतरी हुई है। चांदी की कीमतें 0.2% गिरकर 26.40 डॉलर प्रति औसतन पर आ गयी। (शेयर मंथन, 05 जुलाई 2021)
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