सर्राफा की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 47,700 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 47,300 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में 66,500 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 65,900 रुपये पर सहारा रह सकता है।
आज सोने की कीमतें 1,800 डॉलर के मनोवैज्ञानिक स्तर के पास कारोबार कर रही हैं जबकि निवेशकों की नजर इस सप्ताह फेडरल ओपन मार्केट कमेटी की बैठक पर है जिसमें केंद्रीय बैंक अपनी आसान मौद्रिक नीतियों पर लगाम लगा सकता है। सोने की हाजिर कीमतें 1,798.75 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.1% गिरकर 1,798.20 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। डॉलर अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले 3-1 प्रति 2-महीने के उच्च स्तर से नीचे स्थिर है। डॉलर मोटे तौर पर एक महीने से अधिक समय से बढ़ रहा है क्योंकि बाजार फेड के अपने मौद्रिक समर्थन को कम करने को लेकर सावधान हैं। फेड अधिकारियों के दो दिवसीय बैठक के बाद पुष्टि करने की संभावना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मजबूत रिकवरी और नीति बदलाव की उनकी योजना दोनों जारी रह सकती हैं। अमेरिकी उपभोक्ता विश्वास जुलाई में 17 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया, घरेलू खर्च की योजनायें बढ़ रही हैं, जबकि उच्च मुद्रास्फीति के बारे में चिंतायें बनी हुई हैं, जिससे पता चलता है कि अर्थव्यवस्था ने तिसरी-तिमाही में अपनी मजबूत वृद्धि को बनाये रखा है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने मंगलवार को 2021 के लिए अपने 6% वैश्विक विकास पूर्वानुमान को बनाये रखा है जबकि संयुक्ता राज्य अमेरिका और अन्य बिकसित अर्थव्यवस्थाओं के लिए अपने आउटलुक में बढ़ोतरी की है, लेकिन बढ़ते कोविड-19 संक्रमणों से जूझ रहे विकासशील देशों के अनुमानों में कटौती की। रॉयटर्स पोल के अनुसार, वैश्विक आर्थिक विकास की संभावनायें इस वर्ष और अगले के लिए मजबूत हैं, लेकिन अधिकांश अर्थशास्त्रिायों ने चेतावनी दी है कि कोरोना वायरस के नये वेरिएंट उस दृष्टिकोण के लिए सबसे बड़ा जोखिम हैं। चांदी की कीमतें 24.67 डॉलर प्रति औसतन पर स्थिर है। (शेयर मंथन, 28 जुलाई 2021)
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