सर्राफा की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 47,700 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 47,400 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में 66,700 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 65,900 रुपये पर सहारा रह सकता है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अपनी स्टीमुलस में कमी की योजनाओं के लिए समय-सीमा तय करने में विफल रहने के बाद आज सोने की कीमतें एक हफ्ते के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी। सोने की हाजिर कीमतें 0.5% बढ़कर 1,815.56 डॉलर प्रति औसतन के नजदीक कारोबार कर रही हैं। अमेरिकी सोना वायदा 0.9% चढ़कर 1,815.30 डॉलर पर कारोबार कर रहा है। यद्यपि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने अपने बयान में महामारी के दौरान की मौद्रिक नीति समर्थन को समाप्त करने पर चर्चा की, लेकिन अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा कि अमेरिकी रोजगार बाजार में अभी भी रिकवरी पर्याप्त नही हुई है। अधिक प्रोत्साहन उपाय से सोने की कीमतों को मदद मिलती है, जिसे अक्सर मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी और मुद्रा में गिरावट के खिलाफ बचाव माना जाता है। पॉवेल ने आर्थिक सुधार पर कोरोना वायरस के डेल्टा संस्करण के प्रसार के जोखिम को भी कम कर दिया है।
फेड के नीतिगत बयान का असर डॉलर सूचकांक पर पड़ा, जो कल दो सप्ताह के निचले स्तर पर पहुँच गया, जिससे अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोना सस्ता हो गया। रोग नियंत्राण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने कल कहा कि 66.6% अमेरिकी काउंटियों में कोविड-19 की संचरण दर कापफी अधिक रही है जो घरों के भीतर मास्क का इस्तेमाल करने के लिए पर्याप्त है और नीति को तुरंत फिर से शुरू करना चाहिये। चांदी की कीमतें 0.9% बढ़कर 25.15 डॉलर प्रति औसतन हो गयी। (शेयर मंथन, 29 जुलाई 2021)
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