सर्राफा की कीमतों में नरमी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 47,100 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 46,200 रुपये पर सहारा रह सकता है जबकि चांदी की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतों को 61,500 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 60,500 रुपये पर सहारा रह सकता है।
डॉलर के मजबूत होने के कारण आज सोने की कीमतें सपाट रही है क्योंकि निवेशक अमेरिकी पेरोल रिपोर्ट से पहले बाजार से दूरी बनाये हुये है जिससे फेडरल रिजर्व की प्रोत्साहन योजना में कमी की समय सीमा पर संकेत मिलने की उम्मीद है। डॉलर इंडेक्स के एक साल के उच्च स्तर के करीब मजबूत होने के कारण अन्य मुद्राओं में खरीदारों के लिए सोने की कीमत अधिक हो गयी। 10-वर्षीय अमेरिकी ट्रेजरी पर यील्ड तीन महीने के उच्च स्तर से कम हो गयी, लेकिन 1.5% से ऊपर रही। अमेरिकी गैर-कृषि पेरोल के आँकड़ें शुक्रवार को जारी होने होने वाले है जिससे श्रम बाजार में सुधार दिखाने की उम्मीद है, बुधवार को जारी आँकड़ों से पता चला है कि अमेरिकी निजी पेरोल सितंबर में अनुमान से अधि बढ़ गये क्योंकि कोविड-19 संक्रमण कम होने लगा है जिससे रेस्तरां और अन्य उच्च-संपर्क व्यवसायों में काम पर रखने को बढ़ावा मिला।
डेमोक्रेट्स ने कहा कि वे व्यापक अर्थव्यवस्था को खतरा पैदा करने वाले पक्षपातपूर्ण गतिरोध को कम करने के लिए एक रिपब्लिकन प्रस्ताव को स्वीकार कर सकते हैं, जिससे अगले दो हफ्तों में एक संघीय ऋण डिफॉल्ट को रोकने के लिए अमेरिकी सीनेट एक अस्थायी सौदे की संभावना बढ़ गयी है। (शेयर मंथन, 07 अक्टूबर 2021)
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