सर्राफा की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 48,590 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 47,900 रुपये पर सहारा रह सकता है।
चांदी में निचले स्तर पर बिकवाली होने की संभावना है और कीमतों को 66,500 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 65,800 रुपये पर सहारा रह सकता है। डॉलर के मजबूत होने और बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी के कारण आज सोने की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है और कीमतें 1,800 डॉलर के स्तर से नीचे आ गयी है जबकि निवेशकों की नजर इस सप्ताह केंद्रीय बैंक की आगामी प्रमुख बैठकों पर है। डॉलर भी पिछले सत्र में एक सप्ताह के उच्च स्तर के करीब पहुँच गया, जिससे अन्य मुद्राओं को रखने वाले खरीदारों के लिए सोना कम आकर्षक हो गया। कारोबारियों की नजर गुरुवार को होने वाली बैंक ऑफ जापान और यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ईसीबी) की बैठक पर है। बैंक ऑफ जापान गुरुवार को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन कार्यक्रम को बनाये रखने के लिए तैयार है और इस साल के मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान में कमी के संकेत के आधार पर संकटकालीन नीतियों से बाहर निकलने वाले अन्य केंद्रीय बैंकों का अनुसरण करने का उसका कोई इरादा नहीं है। अक्टूबर में अमेरिकी उपभोक्ता विश्वास अप्रत्याशित रूप से बढ़ा जिससे पता चलता है कि एक अशांत तिसरी-तिमाही के बाद आर्थिक विकास बढ़ रहा है। हांगकांग की जनगणना और सांख्यिकी विभाग के आँकड़ों के अनुसार हांगकांग के माध्यम से चीन का शुद्ध सोने का आयात सितंबर में लगभग 60% बढ़कर पाँच महीनों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गया है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़ेएक्सचेंज-ट्रेंडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट जीएलडी की होल्डिंग मंगलवार को 0.2% बढ़कर 979.81 टन हो गयी, जो सोमवार को 978.07 टन थी। (शेयर मंथन, 27 अक्टूबर 2021)
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