सर्राफा की कीमतों में तेजी रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 48,500 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 47,700 रुपये पर सहारा रह सकता है।
चांदी में निचले स्तर पर खरीदारी होने की संभावना है और कीमतों को 65,400 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 65,500 रुपये पर सहारा रह सकता है। मुद्रास्फीति में फिर से बढ़ोतरी के बाद फेडरल रिर्जव द्वारा अपनी नीति को जल्द सख्त करने की संभावना से डॉलर के मजबूत होने के कारण आज सोने की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। डॉलर इंडेक्स सोमवार को 0.3% की गिरावट के बाद आज 0.1% बढ़ गया है। कारोबारियों को अब 3 नवंबर को होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व नीति की बैठक का इंतजार है। कई-दशक के उच्च स्तर पर चल रही मुद्रास्फीति और वेतन वृद्धि से फेड को चुनौती मिल सकती है क्योंकि वे मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने और अर्थव्यवस्था का महामारी के बाद से समाप्त हुई नौकरियों को बहाल करने के लिए जितना संभव हो उतना समय देने के बीच संतुलन बनाये रखने की कोशिश कर सकते हैं।
अक्टूबर में अमेरिकी मैनुफैक्चरिंग गतिविधि धीमी हो गयी है। गोल्डमैन सैक्स ने पहली बार महामारी के बाद अमेरिकी ब्याज दर में बढ़ोतरी के लिए अपने पूर्वानुमान को जुलाई 2022 तक आगे बढ़ाया है, क्योंकि निवेश बैंक को मुद्रास्फीति के ऊँचे रहने की उम्मीद है। (शेयर मंथन, 02 नवंबर 2021)
Add comment