सर्राफा की कीमतों में नरमी रुझान रहने की संभावना है। सोने की कीमतों को 49,500 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 48,900 रुपये पर सहारा रह सकता है।
चांदी में बिकवाली होने की संभावना है और कीमतों को 67,000 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 65,900 रुपये पर सहारा रह सकता है। डॉलर में गिरावट और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड के तीन सप्ताह के उच्च स्तर से नीचे आने के बाद सर्राफा की माँग बढ़ने से आज सोने की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। डॉलर में 16 महीने के उच्च स्तर के करीब 0.1% गिरावट हुई है। कमजोर डॉलर अन्य मुद्राओं को रखने वाले खरीदारों के लिए बुलियन की लागत को कम करता है। बेंचमार्क यूएस 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड गुरुवार को मामूली रूप से ऊपर थी, लेकिन पिछले सत्र में तीन-सप्ताह के उच्च स्तर से नीचे आ गयी, जिससे गैर-यील्ड वाले सोने की अवसर लागत कम हो गयी। शिकागो फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष चार्ल्स इवांस ने बुधवार को दोहराया कि फेड को अपने बॉन्ड-खरीद कार्यक्रम को पूरा करने में अगले साल के मध्य तक का समय लगेगा, भले ही केंद्रीय बैंक यह देखने के लिए जाँच करे कि उच्च मुद्रास्फीति में कमी आयी है या नहीं। घरेलू ऊर्जा बिल उछाल के कारण ब्रिटिश मुद्रास्फीति 10 साल के उच्च स्तर पर पहुँच गयी है, जिससे उम्मीद है कि बैंक ऑफ इंग्लैंड दिसंबर में ब्याज दरें बढ़ायेगा।
ईसीबी बोर्ड के सदस्य इसाबेल श्नाबेल ने कहा है कि यूरोपीय सेंट्रल बैंक को यूरोप क्षेत्र में मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लिए तैयार रहना चाहिये, अगर यह पूर्वानुमान से अधिक टिकाऊ साबित होता है। दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग बुधवार को लगभग 0.1% बढ़कर 976.87 टन हो गयी। सिल्वर इंस्टीटड्ढूट ने एक रिपोर्ट में कहा कि वैश्विक स्तर पर चांदी की माँग इस साल बढ़कर 1.029 अरब औसतन हो जायेगी, जो 2015 के बाद पहली बार एक अरब औसतन से अधिक है। (शेयर मंथन, 18 नवंबर 2021)
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