सोने में मुनाफा वसूली होने की संभावना है। सोने की कीमतों को 48,000 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 47,200 रुपये पर सहारा रह सकता है।
चांदी में निचले स्तर पर खरीदारी होने की संभावना है और कीमतों को 63,400 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 62,000 रुपये पर सहारा रह सकता है। डॉलर के थोड़ा कमजोर होने से आज सोने की कीमतों में तेजी देखी जा रही है लेकिन अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीति निर्माताओं के बयानों से पता चलता है कि केंद्रीय प्रोत्साहन में कटौती को तेज कर सकता है जिससे सोने की कीमतों पर दबाव बना रहा और कीमतें 1,800 डॉलर के स्तर से नीचे रही। डॉलर इंडेक्स कल 16 महीनों के उच्चतम स्तर से 0.1% कम हो गया, जिससे अन्य मुद्राओं को रखने वाले खरीदारों के लिए धातु की लागत कम हो गयी। अमेरिकी केंद्रीय बैंक की आखिरी नीति बैठक के मिनट में फेड नीति निर्माताओं ने संकेत दिया कि यदि उच्च मुद्रास्फीति बनी रहती है वे अपने बांड-खरीद कार्यक्रम को समाप्त करने के लिए तैयार रहेगें और ब्याज दरों को बढ़ाने के लिए अधिक तेजी से आगे बढ़ सकते हैं। बेरोजगारी लाभ के लिए नये दावे दाखिल करने वाले अमेरिकियों की संख्या पिछले सप्ताह 1969 के बाद से अपने न्यूनतम स्तर पर पहुँच गयी, जिससे पता चलता है कि आर्थिक गतिविधि में तेजी आ रही है।
बुधवार को अमेरिकी वाणिज्य विभाग रिपोर्ट के अनुसार तिसरी-तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद 2.1% की दर से बढ़ा है। ईसीबी बोर्ड के सदस्य फैबियो पैनेटा ने कहा कि यूरोपीय सेंट्रल बैंक को उधार लेने की लागत को नियंत्रण में रखना चाहिये क्योंकि कोरोना वायरस महामारी चल रही है और कोई संकेत नहीं है कि मुद्रास्फीति नियंत्राण से बाहर हो रही है। (शेयर मंथन, 25 नवंबर 2021)
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