सर्राफा की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
सोने की कीमतों को 47,600 रुपये पर सहारा और 48,200 रुपये पर रुकावट रह सकता है। चांदी की कीमतों में नरमी रहने की संभावना है और कीमतों को 62,500 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 61,300 रुपये पर सहारा रह सकता है। अमेरिकी ट्रेजरी की यील्ड में बढ़ोतरी की भरपायी कमजोर डॉलर से होने के कारण आज सोने की कीमतें सपाट है। अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी से गैर-यील्ड वाले बुलियन की माँग कम हो गयी। नीति निर्माताओं द्वारा संकेत दिये जाने के बाद कि वे मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए मार्च में ब्याज दरें बढ़ाना शुरू कर देंगे, अब निवेशकों का नजर अमेरिकी फेडरल रिजर्व की 25-26 जनवरी की बैठक पर केंद्रित है। अमेरिकी डॉलर थोड़ा कमजोर हुआ है और दो महीनों में अपने सबसे निचले स्तर के करीब था, जिससे विदेशी खरीदारों के लिए सोना अधिक आकर्षक हो गया।
बैंक ऑफ जापान से मंगलवार को अपने मुद्रास्फीति पूर्वानुमान को अपग्रेड करने और देश की अपस्फीति मानसिकता में बदलाव के उभरते संकेतों को स्वीकार करने की उम्मीद है, क्योंकि अत्यधिक वैश्विक स्तर पर उच्च कमोडिटी लागत के कारण फर्मों को कीमतें बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रही है। अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने कहा कि वैश्विक स्तर पर रोजगार बाजार को पहले की तुलना में ठीक होने में अधिक समय लगेगा, महामारी और उसकी अवधि के बारे में अनिश्चितता के कारण कम से कम 2023 तक बेरोजगारी कोविड -19 के स्तरों से अधिक रह सकती है। (शेयर मंथन, 18 जनवरी 2022)
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