सर्राफा में मुनापफा वसूली होने की संभावना है। सोने की कीमतों को 51,000 रुपये पर सहारा और 51,800 रुपये पर बाधा रह सकता है।
चांदी की कीमतों में नरमी रहने की संभावना है और कीमतों को 66,800 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 64,500 रुपये पर सहारा रह सकता है। कल के उतार-चढ़ाव भरे सत्र के बाद आज सोने की कीमतों में स्थिरता रही क्योंकि निवेशकों ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण और पश्चिम से मास्को के खिलाफ नये प्रतिबंधें की स्थिति का पुनर्मूल्यांकन किया। कल सोने की कीमतें 3% से अधिक उछलकर सितंबर 2020 के बाद से अपने उच्चतम स्तर 1,973.96 डॉलर पर पहुँच गयी। इसके बाद कीमतों में गिरावट हुई।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कीव में रहने का ही वादा किया है क्योंकि उनके सैनिकों ने रूसी आक्रमणकारियों का प्रतिकार किया है, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से एक यूरोपीय राज्य पर सबसे बड़े हमले में राजधानी की ओर बढ़ रहे हैं। रूसी निर्यात, परिवहन व्यवधन और मॉस्को द्वारा आपूर्ति रोके जाने की संभावना के कारण सख्त आपूर्ति की संभावनाओं से उत्साहित कमोडिटी की कीमतें कल कई वर्षो के उच्च स्तर पर पहुँच गयी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस पर प्रतिबंधे के साथ प्रहार किया, और ऐसे प्रतिबंध लगाये है जो रूस की मुद्राओं में व्यापार करने की क्षमता को बाधित करते हैं, साथ ही बैंकों और राज्य के स्वामित्व वाले उद्यमों के खिलाफ भी प्रतिबंध लगा दिया है। सोने और अन्य कीमती धातुओं में निवेश करने वाले एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में बड़े पैमाने पर निवेश देखा गया है। (शेयर मंथन, 25 फरवरी 2022)
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