मार्च, 2022 में, सोने का कारोबार 1,895.2 डॉलर 2078.8 डॉलर के व्यापक दायरे में हुआ, जबकि चांदी का कारोबार 24.55 डॉलर से 27.35 डॉलर के बीच हुआ है।
घरेलू बाजार में मार्च महीने में सोने और चांदी के कारोबार का दायरा क्रमशः 51,028-55,558 रुपये और 67,117-73,078 रुपये रहा है। पिछले हफ्ते फेड के आक्रामक संकेतों के बावजूद डॉलर सूचकांक और ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी के बावजूद दोनों धातुओं की कीमतों में उछाल दर्ज की गई। रूस द्वारा शत्रु देशों को गैस की बिक्री के लिए रूबल में भुगतान की माँग करने के बाद प्रीमियम में बढ़ोतरी हुई है। यूक्रेन में युद्धि को लेकर अनिश्चितता के कारण भी सुरक्षित निवेश के रूप में और मुद्रास्फीति के मुकाबले बचाव के रूप में बुलियन की माँग में बढ़ोतरी हुई। मुद्रास्फीति का बढ़ता दबाव सोने की कीमतों को मदद करने के लिए मुख्य मौलिक कारक बना हुआ है। फेडरल रिजर्व ने 16 मार्च को उधर लेने की लागत में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है, और अधिक आक्रामक दृष्टिकोण का संकेत दिया। सोने, जो कोई ब्याज नहीं देता है, की माँग ब्याज दरों में वृद्धि होने पर कम हो जाती है, लेकिन यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और मौजूदा मुद्रास्फीति दबावों में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी ने सोने की कीमतों को सहारा मिल रहा है। श्रम विभाग द्वारा कल जारी रिपोर्ट के अनुसार रोजगार बाजार में मजबूती फेडरल रिजर्व को मई में अपनी अगली नीति बैठक में ब्याज दरों को आध प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रेरित कर सकती है। बुलियन ईटीएफ के ऊँचे होने के साथ, यदि निकट अवधि में मुद्रास्फीति के कारण मंदी अधिक बढ़ जाती है तो सोना अधिक निवेशकों को आकर्षित कर सकता है।
दुनिया में सोने के सबसे बड़े एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग फरवरी 2021 के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी। सोने की कीमतें 51,000-53,500 रुपये में जबकि चांदी की कीमतें 68,000-71,000 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 28 मार्च 2022)
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